बिक्रम।

बिहटा-औरंगाबाद रेलवे लाइन संघर्ष समिति द्वारा रेलवे परियोजना के लिए पर्याप्त बजट की मांग को लेकर 16 जनवरी 2025 से शुरू हुई 155 किलोमीटर की पदयात्रा जारी है। मुख्य संयोजक मनोज सिंह यादव के नेतृत्व में यह यात्रा औरंगाबाद से हाजीपुर तक निकाली जा रही है। सोमवार को यह यात्रा पालीगंज और दुल्हिनबाजार से गुजरते हुए बिक्रम के असपुरा नगर स्थित हनुमानबाग सेवा आश्रम पहुँची, जहाँ पदयात्रियों ने रात्रि विश्राम किया।


मंगलवार सुबह बिक्रम शहीद चौक पर स्थानीय लोगों ने दीपक कुमार के नेतृत्व में पदयात्रियों का फूल-मालाओं से भव्य स्वागत किया। इसके बाद पदयात्रियों ने 1942 के अगस्त क्रांति में शहीद हुए स्वतंत्रता सेनानियों के स्मारक पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि दी।

अपने संबोधन में मनोज सिंह यादव ने कहा कि जब तक रेलवे लाइन के लिए बजट आवंटन की मांग पूरी नहीं होती, उनका संघर्ष जारी रहेगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि जेल जाने का भय आंदोलनकारियों को रोक नहीं सकता। साथ ही घोषणा की कि 31 जनवरी से 2 फरवरी तक दिल्ली के जंतर-मंतर पर धरना दिया जाएगा।


इस पदयात्रा में प्रमुख रूप से अवध बिहारी, शिवकुमार चंद्रवंशी, ओमप्रकाश, कामेश्वर सिंह, उपेंद्र कुमार, मंटू यादव समेत कई अन्य लोग शामिल हैं। आंदोलनकारियों का संकल्प उनके संघर्ष की दृढ़ता को दर्शाता है।

रिपोर्ट शशांक मिश्रा