
पटना।
पटना के जिलाधिकारी डॉ. चंद्रशेखर सिंह की अध्यक्षता में समाहरणालय स्थित सभागार में बिहार शिक्षा परियोजना परिषद के जिला-स्तरीय अभियंत्रण कोषांग की बैठक आयोजित हुई। इसमें 580 सरकारी विद्यालयों में असैनिक निर्माण कार्यों की प्रगति की समीक्षा की गई। इन विद्यालयों में 2,465 योजनाओं पर कार्य हो रहा है, जो पटना जिले के 23 प्रखंडों और शहरी क्षेत्र में स्थित हैं।

बैठक के मुख्य बिंदु:
1. क्रियान्वयन की स्थिति:
अब तक 2,465 में से 2,091 योजनाओं पर क्रियान्वयन कार्य शुरू हो चुका है। शेष 374 योजनाओं को शीघ्र टेकअप करने के निर्देश दिए गए। एलएईओ-1 ने 168 विद्यालयों में 843 योजनाएं टेकअप कीं। एलएईओ-2 ने 412 विद्यालयों में 1,248 योजनाएं टेकअप कीं।
2. निर्देश और प्राथमिकताएं:
सभी योजनाओं की मॉडल प्राक्कलन, तकनीकी स्वीकृति और प्रशासनिक स्वीकृति शीघ्र प्रदान करने का आदेश। प्राथमिक, मध्य, माध्यमिक और उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों में अतिरिक्त कक्ष, बाउंड्री वॉल, स्वच्छ पेयजल, शौचालय, विद्युतीकरण, बोरिंग, हैंडवॉश स्टेशन, किचन, बेंच-डेस्क, भवन की मरम्मत और नए भवन निर्माण जैसे कार्य प्राथमिकता पर हैं।
3. समन्वय और अनुश्रवण:
जिला शिक्षा पदाधिकारी को सभी एजेंसियों और प्राचार्यों के साथ समन्वय स्थापित करने का निर्देश। उप विकास आयुक्त को साप्ताहिक प्रगति समीक्षा करने का आदेश। अनुमंडल पदाधिकारियों को योजनाओं की प्रगति का नियमित निरीक्षण करने का निर्देश।
4. कार्यशाला और संवेदीकरण:
प्रखंड शिक्षा पदाधिकारियों को योजनाओं की आवश्यकता और महत्ता पर संवेदीकरण करने का निर्देश। प्रत्येक प्रखंड में प्राचार्यों के लिए उन्मुखीकरण कार्यशालाओं का आयोजन होगा।
जिलाधिकारी ने कहा कि सरकारी विद्यालयों में भौतिक सुविधाओं को बेहतर बनाने के लिए राज्य सरकार निरंतर प्रयासरत है। योजनाओं के सफल क्रियान्वयन के लिए सभी संबंधित पदाधिकारियों को गुणवत्तापूर्ण और समयबद्ध कार्य सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं।
ब्यूरो रिपोर्ट