
पटना।
बिहार के राजनीति परिदृश्य में 2025 का विधानसभा चुनाव एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हो सकता है। एनडीए के प्रमुख घटक दलों द्वारा आयोजित शिवहर किसान मैदान में कार्यकर्ता सम्मेलन में भूमि एवं राजस्व मंत्री सह बिहार भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डा. दिलीप कुमार जायसवाल ने यह स्पष्ट किया कि 2025 का चुनाव उनके लिए चुनौती और अवसर दोनों है।
डा. जायसवाल ने पाँच पांडवों की एकता का उदाहरण देकर यह संदेश दिया कि एनडीए के सभी पाँच घटक दल एकजुट होकर चुनाव लड़ने और जीतने की तैयारी कर रहे हैं। उन्होंने दावा किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार को विकसित बनाने का सपना साकार हो रहा है।
कार्यक्रम के दौरान, यह घोषणा की गई कि बिहार विधानसभा चुनाव 2025 नीतीश कुमार के नेतृत्व में लड़ा जाएगा। जदयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा ने यह नारा दोहराया, “2025, फिर से नीतीश।” यह एनडीए की स्पष्ट रणनीति है कि नीतीश कुमार की विकासवादी छवि और उनके नेतृत्व को आगे रखकर जनता का समर्थन प्राप्त किया जाए।
डा. जायसवाल ने विपक्षी पार्टी राजद पर तीखा प्रहार करते हुए कहा कि लालटेन युग खत्म हो चुका है और लोग अब बिजली के युग में रह रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि राजद का सत्ता प्राप्त करने का सपना कभी पूरा नहीं होगा।
कार्यक्रम में एनडीए के सभी घटक दलों के नेताओं ने अपने संबोधन में यह संदेश दिया कि गठबंधन पूरी तरह से एकजुट है। लोजपा रामविलास, हम सेकुलर, रालोमो और भाजपा के नेताओं ने भी अपने विचार रखे और 2025 में 225 सीटें जीतने का लक्ष्य रखा।
एनडीए ने स्पष्ट संकेत दिया है कि वे पूरी तैयारी और एकजुटता के साथ 2025 का चुनाव लड़ेंगे। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व और पीएम मोदी के समर्थन के बल पर एनडीए ने बिहार में अपना प्रभाव बनाए रखने का इरादा जाहिर किया है।
ब्यूरो रिपोर्ट