
पटना।
सुल्तानगंज थाने में एक बड़ा घोटाला सामने आया है, जहां एएसआई, दो सिपाहियों और पुलिसकर्मियों के एक साथी ने शराब की बरामदगी के बाद बड़ा खेल कर दिया। उन्होंने 46 बोतल शराब में से सिर्फ 30 की जब्ती दिखाई और बाकी 16 बोतल शराब को थाने के अंदर स्थित नीम के पेड़ के नीचे ईंट के समीप छिपा दिया गया।
इस मामले में एएसआई मुरारी, सिपाही नागेंद्र पासवान, अग्निशमन चालक शैलेश कुमार यादव और संतोष पासवान को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है। यह घटना 14 जनवरी को हुई थी, जब एएसआई मुरारी और अन्य पुलिसकर्मियों ने जेपी-गंगा पथ से गुजर रही एक गाड़ी को रोका और उसमें से 46 बोतल शराब मिली।
आरोप है कि पुलिसकर्मियों ने मिलीभगत कर इस खेल की भनक थानेदार को भी नहीं लगने दी। सिटी एसपी पूर्वी ने थाने में औचक निरीक्षण किया और शराब तस्करों से पूछताछ की, जिसमें उन्होंने बताया कि वे 46 बोतल शराब लेकर एनएमसीएच के समीप एक व्यक्ति को देने जा रहे थे।
यह कार्रवाई एसएसपी द्वारा भ्रष्टाचार और गैर-कानूनी गतिविधियों के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के तहत की गई है। बिहार में शराबबंदी के बावजूद अवैध शराब के मामलों को लेकर पुलिस पर भी सवाल उठते रहे हैं, और इस घटना ने पुलिस प्रशासन की छवि पर सवाल खड़े किए हैं।
ब्यूरो रिपोर्ट