
पटना।
बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) की 70वीं प्रारंभिक परीक्षा (पीटी) को लेकर विवाद बढ़ता जा रहा है। छात्रों के प्रदर्शन और राजनीतिक दलों की तीखी प्रतिक्रियाओं के बीच राज्य के मंत्री दिलीप जायसवाल ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने स्पष्ट किया कि अगर परीक्षा में गड़बड़ी की पुष्टि होती है, तो परीक्षा को रद्द किया जा सकता है। मीडिया से बातचीत में मंत्री दिलीप जायसवाल ने कहा कि सरकार मामले की निष्पक्ष जांच करा रही है। यदि जांच में किसी भी तरह की अनियमितता सामने आती है, तो सरकार परीक्षा को रद्द करने से पीछे नहीं हटेगी। उन्होंने छात्रों से संयम बनाए रखने और सरकार पर भरोसा करने की अपील की।
बता दें कि इस मुद्दे को लेकर पटना के गर्दनीबाग में अभ्यर्थियों का विरोध प्रदर्शन जारी है। जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर आमरण अनशन पर बैठे हैं, जबकि पूर्णिया के सांसद पप्पू यादव ने 12 जनवरी को बिहार बंद का ऐलान किया है। विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने सरकार पर युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ करने का आरोप लगाया है। कांग्रेस और वामपंथी दलों ने राज्यपाल से मुलाकात कर न्यायिक जांच की मांग की है। इस मामले में सुप्रीम कोर्ट ने याचिका पर हस्तक्षेप करने से इनकार करते हुए याचिकाकर्ताओं को पटना हाईकोर्ट जाने का निर्देश दिया है।
वहीं मंत्री दिलीप जायसवाल ने कहा कि विपक्ष छात्रों के आंदोलन को राजनीतिक लाभ के लिए इस्तेमाल कर रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार निष्पक्ष जांच सुनिश्चित करेगी और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई होगी।
बीपीएससी परीक्षा विवाद से जुड़ी जांच के नतीजे अब अहम होंगे। सरकार पर बढ़ते दबाव के बीच छात्र और राजनीतिक दल जांच की पारदर्शिता पर नजर बनाए हुए हैं। मंत्री का बयान सरकार के रुख को स्पष्ट करता है और छात्रों को आश्वासन देने का प्रयास है।
ब्यूरो रिपोर्ट