
पटना।
सिखों के दसवें गुरु, श्री गुरु गोबिंद सिंह जी महाराज के 358वें प्रकाश पर्व के अवसर पर आयोजित तीन दिवसीय कार्यक्रम में देश-विदेश से आए श्रद्धालुओं को निर्बाध विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए विद्युत विभाग ने व्यापक तैयारियां कीं। पेसू टीम ने 15 दिसंबर से ही ग्रिड सब-स्टेशन और पावर सब-स्टेशन का सघन अनुश्रवण एवं रखरखाव किया।
महत्वपूर्ण स्थलों का रखरखाव: बाड़े की गली, हरिमंदिर गली, मंगल तालाब, कंगन घाट, गुरु का बाग, पटना साहिब और अन्य प्रमुख स्थलों पर विद्युत संरचना का विशेष रखरखाव किया गया।
वैकल्पिक विद्युत स्रोत: रिंग मेन यूनिट (RMU) के माध्यम से मंगल तालाब एवं मालसलामी पावर सबस्टेशन और कटरा एवं गायघाट ग्रिड सबस्टेशन से मुख्य और वैकल्पिक विद्युत स्रोत उपलब्ध कराए गए।
संचार सुविधा: अभियंताओं को पहली बार वॉकी-टॉकी से लैस किया गया, जिससे रियल टाइम मॉनिटरिंग में सहूलियत हुई।
स्थायी निगरानी: महाप्रबंधक-सह-मुख्य अभियंता, पेसू क्षेत्र, पटना ने सभी स्थलों का निरीक्षण कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
विशेष टीमें और नियंत्रण कक्ष: 35 अभियंताओं को तीन शिफ्टों में तैनात किया गया। अस्थायी नियंत्रण कक्ष पांच प्रमुख स्थानों पर स्थापित किए गए। प्रभात फेरी और नगर कीर्तन के दौरान सड़कों पर सभी क्रॉसिंग की ऊंचाई 20 फीट से अधिक सुनिश्चित की गई।
कार्यक्रम के मुख्य दिन:
मुख्य कार्यक्रम के दिन महामहिम राज्यपाल, माननीय मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री के आगमन के दौरान अभियंता पीएसएस और आरएमयू के पास तैनात रहे और निर्बाध विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित की गई।
प्रबंधक समिति द्वारा सराहना:
पटना साहिब गुरुद्वारा प्रबंधक समिति ने विद्युत विभाग के प्रयासों की सराहना की और अभियंताओं को सम्मानित करने की घोषणा की।
वरिष्ठ अधिकारियों की प्रतिक्रिया:
ऊर्जा सचिव एवं सीएमडी बीएसपीएचसीएल श्री पंकज कुमार पाल ने अभियंताओं और कर्मचारियों की प्रशंसा करते हुए कहा, “प्रकाश पर्व के दौरान निर्बाध विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित करना एक चुनौतीपूर्ण कार्य था, जिसे अभियंताओं और कर्मचारियों ने अपनी मेहनत और प्रतिबद्धता से सफलतापूर्वक पूरा किया।”
इस आयोजन में विद्युत विभाग की समर्पित टीम ने उत्कृष्ट कार्य कर श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की असुविधा से बचाया, जो एक सराहनीय प्रयास है।
ब्यूरो रिपोर्ट