
पटना।
सोमवार को निदेशक मत्स्य की अध्यक्षता में निदेशालय स्थित पदाधिकारियों उप मत्स्य निदेशक, मगध परिक्षेत्र एवं परिक्षेत्र अंतर्गत सभी जिला मत्स्य पदाधिकारियों एवं अभियंताओं के साथ विडियों कॉन्फोसिंग के माध्यम से राज्य में क्रियान्वित योजनाओं के अद्यतन भौतिक एवं वित्तीय उपलब्धि के संबंध में समीक्षात्मक बैठक की गयी। राज्य एवं प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजनान्तर्गत अंतर्गत जिला मत्स्य पदाधिकारियों से प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना अंतर्गत स्वीकृत / आवंटित राशि के ससमय व्यय के संबंध में बैठक की गयी है।

बैठक में उपस्थित जिला मत्स्य पदाधिकारियों के साथ वित्तीय वर्ष 2022-23, 2023-24 एवं 2024-25 में योजनान्तर्गत जिलों को अवयव वार निर्धारित लक्ष्य तथा उसके विरूद्ध उपलब्धि के संबंध में विस्तारित अद्यतन प्रगति संबंधित फोटों फुटनोट के साथ मुख्यालय को व्हाट्सअप के माध्यम से भेजने के लिए निदेशित किया गया ।साथ ही राज्य योजना वित्तीय 2023-24 एवं 2024-25 के समीक्षा में यात्रिंक ऐरेटर, पम्प एवं ट्यूबवेल, मात्स्यिकी विशेष सहायता, और विकास, उन्नत इनपुट एवं निजी तालाबों का जीर्णोद्वार अवयवों लक्ष्य के विरूद्ध शेष रह कार्यों में इस माह अंत तक अचूक रूप से कार्यादेश निर्गत किए जाने हेतु एवं मत्स्य कृषकों से आवेदन अवयववार निर्धारित लक्ष्य से दो तीन गुना अधिक आवेदनों का सृजन कर लाभुकों की प्रतीक्षा सूची तैयार कर निर्गत कार्यादेश वाले लाभुक को नियमानुसार कार्यादेश ससमय निर्गत कर कार्यपूर्ण कराये जाने हेतु निदेश दिया।जिला समस्तीपुर अंतर्गत मुख्यमंत्री समेकित चौर विकास योजना क्रियान्वित
इस योजना का उद्देश्य राज्य के चौर अधिकता वाले जिलों में मत्स्य पालन को बढ़ावा देना हैं। साथ ही लाभार्थियों को तालाब निर्माण करने पर अनुदान देना है। ताकि वे राज्य में बड़े पैमाने पर मत्स्य पालन का रोजगार पा सके और दूसरे प्रांतों से आनेवाले मछलियों की आयात कम हो सकें।
ब्यूरो रिपोर्ट अजीत यादव