
सम्भावना स्कूल के रजत जयंती पर 45 दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का शुभारंभ
आरा (भोजपुर)।
स्थानीय शुभ नारायण नगर मझौंवा स्थित ‘शांति स्मृति’ संभावना आवासीय उ.वि. के 25 साल पूरे होने पर जुबली हॉल में 45 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्य अतिथि वीकेएसयू के कुलपति डॉ. शैलेन्द्र चतुर्वेदी, विशिष्ट अतिथि पूर्व कुलपति आचार्य धर्मेन्द्र तिवारी,बिहार रा.वि वि शिक्षक महासंघ के कार्यकारी अध्यक्ष प्रो.कन्हैया बहादुर सिन्हा, प्रो. बलराम सिंह, प्रो. नरेन्द्र सिंह नीरज, ले. कर्नल (रि.) राणा प्रताप सिंह, विद्यालय के निदेशक डॉ. कुमार द्विजेन्द्र और प्राचार्या डॉ. अर्चना कुमारी ने संयुक्त रूप से किया। वीकेएसयू के कुलपति डॉ. शैलेंद्र चतुर्वेदी ने कहा कि बच्चे तुम भाग्यशाली हो।

यह जगह इतिहास बनाने वाले और इतिहास लिखने वालों का रहा है।दुनिया केअधिकांश छात्र अपनी सम्भावनाओं को तलाशने यही पर आए। सम्भावनाओं को तलाशने के लिए बिहार ही अच्छी जगह है। पूर्व कुलपति आचार्य धर्मेंद्र तिवारी ने कहा कि नंबर में टॉप करना बड़ी बात नही है, लेकिन नंबर वन आने के बाद भी शालीनता इस स्कूल के बच्चों में देखता हूँ, वह अद्भुत है। प्रो. बलराम सिंह ने कहा कि सभी भौतिक उपलब्धियों के बाद भी आज हमारे अंदर से चरित्र गायब हो रही है। चरित्र निर्माण सबसे बडी समस्या है। इसका समाधान सिर्फ विद्यालय ही कर सकता है। डॉ. नीरज सिंह ने कहा कि इस विद्यालय को शिक्षा से लेकर कला के सभी विधाओं के लोगो का प्रेम प्राप्त है। अध्यक्षता बिहार राज्य विवि शिक्षक संघ के कार्यकारी अध्यक्ष प्रो. कन्हैया बहादुर सिन्हा ने कहा कि 90-91 प्रतिशत के चक्कर में नही पड़ना है, ये चक्कर में डालने वालेअभिभावक हैं। अभिभावकों को इस पर सोचना होगा। बच्चों के अंदर कुछ न कुछ तो है, उसे आगे बढ़ाने का काम करें। उन्होंने कहा कि बच्चे अपनी ऊर्जा को संचित कर उपयोग करें, न कि बर्बाद करें। निदेशक डॉ. कुमार द्विजेंद्र ने कहा कि 45 दिवसीय प्रशिक्षण शिविर को लेकर रुप-रेखा तय कर ली गई है। उन्होंने बच्चों से कहा कि मोबाइल से दूर रहोगे तब ही शिक्षा ग्रहण कर पाओगे। आमने- सामने बैठकर पढ़ने वाला ही शिक्षा तुम्हे कामयाब बनाएगा। स्वागत करते हुए प्राचार्या डॉ. अर्चना सिंह ने कहा कि विद्यालय 2021 में ही 25वी सालगिरह में प्रवेश कर चुका था, लेकिन उस वक्त दुनिया कोविड से जुझ रही थी, जिसके कारण हम जश्न नही मना पाए। अब वह समय आ गया है। जब हम इस जश्न के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा कि रजत वर्ष के इस मौके पर जो प्रशिक्षण कार्यशाला आयोजित हो रही है, ऐसी कोई विधा नही है, जिसे इन 45 दिनों में नही सिखाया जाएगा। हर बच्चे के अंदर छिपी प्रतिभा को बाहर लाया जाएगा। इस मौके पर विद्यालय की छात्रा रितिका सिंह, वेदिका, प्रियांशी सिंह, मिनाक्षी पाण्डेय, श्रेया, पलक सिंह, रिया, सुहानी दूबे, अन्नया केशरी, सौम्या सिंह ने स्वागत गीत प्रस्तुत किया। संचालन कला शिक्षक ओपी कश्यप एवं धन्यवाद ज्ञापन निदेशक डॉ. कुमार द्विजेन्द्र ने किया। मौके पर उप प्राचार्य ऋषिकेश ओझा, रमन सिन्हा सहित सभी शिक्षक, शिक्षिकाएं व बच्चे उपस्थित थे।

रजत जयंती वर्ष के मौके पर ‘लोगो’ का लोकार्पण वीकेएसयू के कुलपति डॉ. शैलेन्द्र चतुर्वेदी पूर्व कुलपति आचार्य धर्मेंद्र तिवारी ने संयुक्त रूप से किया। लोगो का डिजाइन कला शिक्षक संजीव सिन्हा ने किया है। यह लोगो भोजपुरी लोकचित्र पर आधारित है, जिसमें ज्ञान, विज्ञान, शिक्षा, खेल, अध्यात्म इन सभी को समाहित किया गया है। लाल, पीला, ब्लू और हरे रंग का इस्तेमाल किया गया है जिसे प्राकृतिक रंग माना जाता है।
ब्यूरो रिपोर्ट: अनिल कुमार त्रिपाठी
