
पटना। गोपालपुर थाना क्षेत्र के डोमनाचक गांव में सोमवार शाम हुई बस संचालक की हत्या और उसके बाद भीड़ द्वारा दो शूटरों की पिटाई से मौत के मामले में पुलिस ने दो अलग-अलग प्राथमिकी दर्ज की हैं. एक प्राथमिकी पुलिस के बयान पर अज्ञात लोगों के खिलाफ दर्ज की गई है, जबकि दूसरी मृतक अर्शफी सिंह के परिजनों द्वारा देर शाम दर्ज कराई गई है. मामले की जांच जारी है.
जानकारी के अनुसार बस संचालक अर्शफी सिंह को सोमवार शाम उनके घर पर ही मोटरसाइकिल सवार दो अपराधियों ने गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया था. वारदात के बाद भाग रहे दोनों शूटरों को स्थानीय लोगों ने पकड़ लिया और पीट-पीटकर मार डाला. पुलिस ने मौके पर पहुंचकर एक हथियार बरामद किया था, जबकि शव उठाते समय एक शूटर की पैंट से लोडेड रिवॉल्वर भी मिली.
मृत शूटरों की पहचान राहुल उर्फ प्रवीण, निवासी कुम्हार टोली कंकड़बाग, और विजय कुमार, निवासी सरिस्ताबाद, के रूप में हुई है. पुलिस को दोनों के आपराधिक इतिहास का कोई रिकॉर्ड नहीं मिला है. पुलिस ने दोनों शवों का पोस्टमार्टम कराकर उन्हें परिजनों को सौंप दिया.
पुलिस ने इस घटना को मॉब लिंचिंग मानते हुए अपने बयान पर करीब 50 अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है. डीएसपी सदर-2 के अनुसार प्राप्त वीडियो फुटेज के आधार पर दोषियों की पहचान कर कार्रवाई की जाएगी.
वहीं दूसरी ओर मृतक अर्शफी सिंह के परिजनों ने भी एक लिखित आवेदन देकर प्राथमिकी दर्ज कराई है. अर्शफी सिंह का अंतिम संस्कार फतुहा घाट पर कर दिया गया. घटना के बाद पूरे मोहल्ले में पुलिस की चौकसी बढ़ा दी गई है.
ब्यूरो रिपोर्ट अजीत यादव
