
बिहटा। लौहपुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती के अवसर पर बिहटा पब्लिक स्कूल, किशुनपुर के प्रांगण में राष्ट्रीय एकता दिवस बड़े ही उत्साह और श्रद्धा के साथ मनाया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ भारत की एकता और अखंडता के प्रतीक इस महानायक के तैलचित्र पर पुष्प अर्पित कर किया गया। क्षेत्र के समाजसेवियों, शिक्षाविदों और विद्यार्थियों ने बड़ी संख्या में भाग लेकर “एक भारत – श्रेष्ठ भारत” के संदेश को साकार किया। हर ओर देशभक्ति का वातावरण था — मंच से लेकर परिसर तक सरदार पटेल के आदर्शों और उनके अदम्य साहस की गूंज सुनाई दे रही थी। उपस्थित लोगों ने इस बात पर गर्व व्यक्त किया कि जिनके दृढ़ संकल्प और कुशल नेतृत्व से 562 देशी रियासतें एक सूत्र में बंधीं, उन्हीं की बदौलत आज भारत विश्व के मानचित्र पर एक सशक्त राष्ट्र के रूप में खड़ा है।
समारोह को संबोधित करते हुए विद्यालय के प्राचार्य डॉ. उदय कुमार सिंह ने कहा कि यदि सरदार पटेल जैसे दूरदर्शी नेता न होते तो आज हमें अपने ही देश में एक राज्य से दूसरे राज्य में जाने के लिए वीज़ा लेना पड़ता। उनके प्रयासों ने भारत की विविधता को एकता में पिरोया। इसी क्रम में पंडित सर्वेश्वर द्विवेदी ने समाज में सौहार्द और भाईचारे को मज़बूत करने का आह्वान किया। कार्यक्रम में विद्यालय की निदेशिका डॉ. सोनी सिंह, शिक्षिका अंजनी कुमारी, समाजसेवी सिद्धनाथ सिंह, आचार्य रमानाथ मिश्र, प्रो. हीराचंद महतो समेत अनेक गणमान्य व्यक्तियों ने उपस्थिति दर्ज कराई। विद्यार्थियों — रितेश कुमार, करिश्मा कुमारी, जानवी कुमारी, समीरा रज़ा आदि ने भी अपने वक्तव्यों से माहौल को प्रेरणादायी बना दिया। पूरे समारोह में एक संदेश बार-बार गूंजता रहा — “जहाँ सरदार पटेल की सोच, वहाँ भारत की एकता की सच्ची परिभाषा।”
ब्यूरो रिपोर्ट
