
पटना।
फुलवारी शरीफ के पलंगागंज मैदान में शुक्रवार को एनडीए समर्थित जदयू प्रत्याशी श्याम रजक के पक्ष में आयोजित चुनावी सभा में केंद्रीय मंत्री और पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने जब मंच संभाला तो लगातार बारिश के बावजूद मैदान तालियों और नारों से गूंज उठा। मंच पर पहुंचते ही स्थानीय कार्यकर्ताओं ने मांझी का फूल-मालाओं से गर्मजोशी से स्वागत किया। मांझी ने कहा कि वे भुईंया-मुसहर समाज से आते हैं, जो समाज का सबसे पिछड़ा तबका है, लेकिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिना जाति या पद-प्रतिष्ठा की परवाह किए एक गरीब परिवार के बेटे को मुख्यमंत्री बनाकर इतिहास रच दिया। यह सिर्फ एक व्यक्ति नहीं, बल्कि पूरे दलित समाज के आत्मसम्मान की जीत थी।

मांझी ने कहा कि नीतीश कुमार ने कभी जाति, परिवार या वोट बैंक की राजनीति नहीं की, बल्कि समाज के हर तबके को समान अवसर देने की नीति अपनाई। उन्होंने कहा, “सच्चा नेतृत्व वही है जो समाज के अंतिम व्यक्ति को सम्मान दे और सबको साथ लेकर चले।” मांझी ने आगे कहा कि आज एनडीए एक नए रूप में “पांच पांडवों का गठबंधन” बन चुका है — नरेंद्र मोदी, नीतीश कुमार, चिराग पासवान, खुद मांझी और उपेंद्र कुशवाहा। उन्होंने कहा कि यह गठबंधन बिहार की तरक्की, सामाजिक न्याय और राजनीतिक स्थिरता की गारंटी है।
सभा में श्याम रजक ने भी जनता से अपील करते हुए कहा कि नीतीश कुमार ने बिहार के विकास की जो राह दिखाई है, वह अब पूरे देश के लिए मिसाल बन चुकी है। उन्होंने कहा कि फुलवारी शरीफ की जनता हमेशा विकास और समावेश की राजनीति का समर्थन करती रही है और इस बार भी एनडीए को अपार जनसमर्थन मिलेगा। सभा के अंत में केंद्रीय मंत्री रामनाथ ठाकुर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार बिहार के हर वर्ग को सशक्त बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। पूरी सभा “फिर से नीतीश कुमार” और “जय एनडीए, जय बिहार” के नारों से गूंजती रही, जोश और उत्साह के बीच मांझी की यह सभा एकता और विकास का संदेश देकर समाप्त हुई।
ब्यूरो रिपोर्ट
