जर्जर नाव से बैंती नदी पार कर रहे थे दो दर्जनों से अधिक स्कूली बच्चे

बेगूसराय।

वीरपुर प्रखंड के नौला पंचायत के मखवा बैंती नदी में उस वक्त अफरा तफरी मच गई ।जब उक्त नदी में अचानक नाव डूब गया । नाव पर करीब दो दर्जन से अधिक स्कूली बच्चे सवार थे। स्थानीय लोगों के अनुसार घटना सोमवार की करीब साढ़े आठ बजे की आसपास घटी है। घटना की जानकारी मिलते ही स्थानीय लोगों ने आनन-फानन में नदी में कूद कर डूब रहे बच्चों को नदी से बाहर सुरक्षित निकाला। स्थानीय ग्रामीणों राम ज्ञान महतो, सौदागर महतो, नरेश महतो ने बताया कि करीब साढ़े आठ बजे नाव पर सवार होकर मखवा गांव के करीब दो दर्जन से अधिक बच्चे प्रत्येक दिन की भांति सोमवार को भी स्कूल पढ़ने के लिए नाव से नदी पार कर रहे थे। इसी दौरान नाव में अचानक पानी भरने से नाव‌ डुबने लगा । नाव पर सवार प्रत्यक्षदर्शी बच्चे सातवीं क्लास की छात्रा अस्मिता कुमारी ,आठवीं क्लास के छात्र अमरदीप कुमार, छात्रा प्रियांशु कुमारी ,अंजली कुमारी समेत कई बच्चों ने बताया कि नाव पर लगभग 25 से 30 बच्चे सवार थे। अचानक नदी में नाव डुब गई और इधर-उधर बच्चे भागने लगे । गनीमत रही की बीच नदी में नाव नहीं डूबी नहीं तो बड़ा हादसा होने से इनकार नहीं किया जा सकता।।वहीं कुछ स्थानीय लोगों ने बताया कि नदी किनारे नाव पर दो दिन पूर्व एक पेड़ टूटकर गिरा था ।जिससे वह नाव जर्जर हो गया था। उसी को ठीक कर स्थानीय लोगों सहित बच्चे नदी पार कर रहे थे। स्थानीय वार्ड सदस्य मिलन कुमारी, पंच बबीता देवी सहित ग्रामीणों द्वारा बताया कि मखवा में बैंती नदी पर पुल नहीं रहने के कारण बच्चे को नाव से मखवा नदी पार पढ़ने के लिए उत्क्रमित मध्य विद्यालय मखवा जाना पड़ता है। वहीं कुछ बच्चे करीब 3 किलोमीटर की परिक्रमा करते वदिया होते हुए पढ़ने के लिए जाते हैं । जिससे बच्चों को आवागमन में काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है ।पुल निर्माण की मांग कई वर्षों से की जा रही है ।लेकिन आज तक पुल निर्माण नहीं हुआ है। वहीं इस संबंध में विद्यालय के प्रधानाध्यापक मनोज कुमार ठाकुर से पूछने पर बताया की घटना की जानकारी मुझे नहीं मिली है।जबकि स्थानीय ग्रामीणों द्वारा बताया गया कि संबंधित स्कूल के शिक्षक एवं एचएम को नदी में नाव डूबने की जानकारी दी गई है। वहीं इस संबंध में सीओ भाई वीरेंद्र से पूछने पर बताया कि मामले की छानबीन की जा रही है। लोगों को भी चाहिए कि जर्जर नाव से नदी पार नहीं करे।

ब्यूरो रिपोर्ट शमशेद आलम