
पटना।
पटना के फुलवारी शरीफ परसा बाजार इलाके में एक अजीबोगरीब घटना सामने आई है। होली के दिन पटना-डोभी-गया हाईवे पर हुए एक सड़क हादसे ने दो युवकों, विशाल और दीपक, की जिंदगी हमेशा के लिए बदल दी। इस दुर्घटना में दीपक की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि गंभीर रूप से घायल विशाल को बाइपास स्थित फोर्ड अस्पताल में भर्ती कराया गया। इलाज के दौरान डॉक्टरों ने विशाल को मृत घोषित कर दिया और उसका शव परिजनों को सौंप दिया।
शोक में डूबा परिवार अंतिम संस्कार की तैयारियों में जुटा ही था कि तभी एंबुलेंस में रखा “शव” अचानक हरकत करने लगा। विशाल के हाथ-पांव हिलने लगे और उसने मुंह खोलने की कोशिश की। यह नजारा देखकर पहले तो परिजन घबरा गए, लेकिन फिर तुरंत होश संभालते हुए उसे पाटलिपुत्र गोलंबर स्थित रूबन मेमोरियल अस्पताल ले जाया गया, जहां उसका इलाज चल रहा है।
यह घटना पूरे इलाके में चर्चा का विषय बन गई है। कुछ लोग इसे कुदरत का करिश्मा मान रहे हैं, तो कुछ इसे फोर्ड अस्पताल की लापरवाही का नतीजा कह रहे हैं।
विशाल कुमार फुलवारी शरीफ प्रखंड के नयनचक निवासी राजेश चौहान का बेटा है। वह बचपन से अपने मामा दशरथ के घर परसा बाजार के धनुचक गांव में रहता है। विशाल के मामा ने बताया कि हादसे के बाद डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया था, लेकिन अंतिम संस्कार से पहले उसमें जीवन के संकेत मिलने लगे, जिससे सभी हैरान रह गए।
परसा बाजार थाना अध्यक्ष मेनका रानी ने बताया कि मामले की जानकारी मिलते ही जांच शुरू कर दी गई है।
ब्यूरो रिपोर्ट अजीत यादव