बड़हरा(भोजपुर)।
बड़हरा प्रखंड के ज्ञानपुर सेमरिया गांव में नवनिर्मित मां दुर्गा, मां काली बजरंगबली के मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा को लेकर 8 मार्च को जलभरी का आयोजन किया गया। प्राण प्रतिष्ठा महायज्ञ पंडित नवल किशोर शास्त्री एवं समस्त ग्रामीण जनता के सानिध्य में आयोजित होने जा रहा है। जल भरी कार्यक्रम ज्ञानपुर सेमरिया पूरे गांव होते हुए बालूचौक, संजोइल, गाजियापुर से सिन्हा घाट पर जलभरी करने के लिए हजारों श्रद्धालु शामिल थे।सभी भक्तिमय थे। हजारों की संख्या में महिलाएं, बच्चियां एवं श्रद्धालु कलश के साथ जल भरी हेतु शामिल थी। जल भरी यात्रा में हाथी, ऊंट,घोड़ा बैंड बाजा भी शामिल था। जलभरी के बाद 9 मार्च को पंचांग पूजन एवं अरणी मंथन, 10 मार्च को प्राण प्रतिष्ठा,11 मार्च को 24 घंटे का अखंड हर कीर्तन, 12 मार्च को भंडारा एवं दुगोला कार्यक्रम होगा। दुगोला कार्यक्रम में चर्चित व्यास अजीत हलचल एवं कमलवास कुंवर के बीच कड़ा मुकाबला दर्शकों को देखने को मिलेगा। इस महायज्ञ में बहुत बड़ा मेला लगा हुआ है। इस दौरान सभी श्रद्धालुओं को संत महात्मा एवं विद्वानों द्वारा प्रवचन का कार्यक्रम भी आयोजित किया गया है। प्राण प्रतिष्ठा महायज्ञ को सफल बनाने में मुनचुन उपाध्याय,सोहन पाण्डेय, सुनील पाण्डेय, गुप्तेश्वर पाण्डेय, रमाशंकर पांडेय, मुन्ना पाण्डेय, शशि पाण्डेय,समस्त ग्रामीण परिवार एवं मातृभूमि सेवा संघ के सभी सदस्य सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं।इस दौरान भागवत महाराज आचार्य बनारसवाले ने मन्नू पाठक ने कलयुग के राजा परीक्षित का प्रश्न एवं सुखदेव जी का कथन का व्याख्या करते हुए कहा कि कलि को दमन करने के लिए राम नाम, नर केसरी, कनक, सीपू कलिकाल। जापक जन प्रहलाद जिमी दिव्य सुरसाल ।। ये भागवत का अर्थ है। भक्ति,ज्ञान, वैराग्य, त्याग से पाप की गति मिल जाए, भवसागर से पार होने का रास्ता मिल जाए वही भागवत है।

रिपोर्ट:देवाशीष

ब्यूरो रिपोर्ट :अनिल कुमार त्रिपाठी