
धमदाहा/पूर्णिया।
ग्रामीण कार्य विभाग धमदाहा का कार्यालय पुर्णिया में चलाये जाने पर ग्रामीणों में आक्रोश धमदाहा में जल्द-से-जल्द करें ग्रामीण कार्य विभाग के कार्यालय को चालू नहीं तो पांच अक्टूबर 2024 के बाद होगा अनिश्चितकालीन अनशन, उक्त बातें समाज सेवी पूर्व मुखिया डाक्टर बी के ठाकुर ने कहा सरकारी अधिकारी व बाबुओं नियम कानून को ताक पर रखकर ग्रामीण कार्य विभाग धमदाहा का कार्यालय पुर्णिया में चलाया जा रहा है।
उन्होने कहा भ्रष्टाचार उजागर ना हो इसी वजह से धमदाहा से पूर्णिया में चलाए जाते धमदाहा में रहने से स्थानीय ग्रामीणों को सड़क में हो रही अनियमितता का उजागर नहीं हो, जिसकी शिकायत नहीं किया जा सके। धमदाहा में एक ऐसा मामला सामने आया है जिसने अधिकारी से लेकर आमलोगों तक को हैरत में डाल दिया है।
ग्रामीण कार्य विभाग धमदाहा में पदस्थापित अधिकारियों के कारनामे की। इस विभाग में कार्यरत सरकारी बाबुओं ने इस कार्यालय को ही अनुमंडल मुख्यालय से हटाकर कई वर्ष पूर्व जिला मुख्यालय में शिफ्ट कर दिया है, जिसके कारण धमदाहा में स्थित यह कार्यालय करीब 10 वर्षों से बिलकुल बंद पड़ा हुआ है, इसे देखने की फुर्सत किसी अधिकारी को नहीं है कुछ वर्ष पहले तक कार्यालय में एक चतुर्थ वर्गीय कर्मचारी की तैनाती थी उसी के पास इस कार्यालय का एक कमरे की चाभी रहती थी, जिसे वे रोजाना खोलकर संध्या 5:30 बजे वापस अपने घर चले जाते थे।
प्राप्त जानकारी के अनुसार ग्रामीण कार्य विभाग के कार्यपालक अभियंता द्वारा अनुमंडल पदाधिकारी धमदाहा के पास पत्रांक 501 दिनांक 9 अप्रैल 12 को आवेदन देकर कार्यालय संचालन के लिए कमरे की मांग किया गया। इनके मांग को अनुमंडल पदाधिकारी ने अपने कार्यालय पत्रांक 722 दिनांक 24 अप्रैल 12 द्वारा कार्यालय के लिए भवन आवंटित करते हुए उन्हें भवन का चाबी भी सौंप दिया गया है, परंतु आज तक पूर्णिया विकास भवन में ही संचालित हो रहा है। स्थानीय लोगों ने बताया कि सरकार के सारे नियम कानून की उनके ही नुमाइंदों द्वारा किस तरह से खुलेआम धज्जियां उड़ाई जाती है।
अनुमंडल मुख्यालय के ठीक सामने स्थित रहने के बावजूद यह कार्यालय विभागीय नियमानुसार नही बल्कि इस कार्यालय में पदस्थापित कुछ अधिकारियों की मनमर्जी से संचालित हो रहा है। लोगों ने बताया कि इस कार्यालय के धमदाहा के बदले पूर्णिया में संचालित होने के कारण एक तरफ जहां इस डिवीजन से निर्गत होने वाले विभिन्न तरह की टेंडर आदि के कार्यों के साथ इससे संबंधित अन्य कार्यों के निष्पादन में संवेदकों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है, वही इस विभाग द्वारा कराये जा रहे कार्यों से सम्बंधित किसी भी प्रकार की शिकायत या जानकारी लेने के लिए आम लोगों जिला मुख्यालय का रूख करना पड़़ता है। सवाल उठता है की अगर इस कार्यालय को पूर्णिया से हीं संचालित करना था तो फिर सरकार ने इसे अनुमंडल कार्यालय में खोला क्यों, वही कार्यपालक अभियंता के अनुसार अगर इस कार्यालय को पूर्णिया में शिफ्ट कर दिया गया है तो इस कार्यालय से जो भी पत्र निर्गत होता है तो उस पर ग्रामीण कार्य विभाग धमदाहा क्यों अंकित रहता है।
ब्यूरो रिपोर्ट संतोष कुमार