पटना।
जिलाधिकारी डॉ. चंद्रशेखर सिंह ने सोमवार को पटना जिले में राजस्व से जुड़े मामलों की विस्तृत समीक्षा की। उन्होंने दाखिल-खारिज, परिमार्जन, भू-अर्जन, भूमि विवाद निराकरण, और अतिक्रमण हटाने सहित अन्य महत्वपूर्ण विषयों पर प्रगति की जांच की। उन्होंने कहा कि सभी लंबित मामलों का समयबद्ध और गुणवत्तापूर्ण निष्पादन अनिवार्य है।

1. समयसीमा का पालन:

दाखिल-खारिज एवं परिमार्जन के आवेदनों में देरी को लेकर डीएम ने कड़ा रुख अपनाया। उन्होंने सभी अंचल अधिकारियों को लंबित आवेदनों को तत्काल निष्पादित करने का निर्देश दिया। एक्सपायर्ड (समय सीमा से बाहर) आवेदनों की संख्या शून्य रखने का आदेश देते हुए लापरवाह अधिकारियों पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की चेतावनी दी।

2. राजस्व मामलों की दैनिक समीक्षा:

डीएम ने अंचल अधिकारियों को निर्देश दिया कि राजस्व कर्मचारीवार प्रगति की दैनिक समीक्षा की जाए। पिछले तीन महीने से प्रदर्शन में सुधार न करने वाले कर्मचारियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।

3. प्रदर्शन आधारित मूल्यांकन:

जिन अंचलों ने अच्छा प्रदर्शन किया है, उनकी सराहना की गई। खराब प्रदर्शन करने वाले अंचल अधिकारियों को तुरंत सुधार लाने का निर्देश दिया गया।

दाखिल-खारिज:

9,19,883 प्राप्त आवेदनों में से 8,83,613 (96.06%) का निष्पादन हुआ। नवंबर 2024 से जनवरी 2025 के बीच 15,763 नए मामले प्राप्त हुए, जिनमें से 22,667 का निष्पादन किया गया।
धनरूआ, दुल्हिनबाजार, बिक्रम और मसौढ़ी ने अच्छा प्रदर्शन किया, जबकि नौबतपुर, पालीगंज और मनेर का प्रदर्शन खराब रहा।

परिमार्जन प्लस (डिजिटाइज्ड जमाबंदी सुधार):


कुल 45,553 आवेदनों में से 23,104 लंबित हैं। बिहटा (84.65% लंबित) का प्रदर्शन सबसे खराब पाया गया।


कड़ी कार्रवाई की चेतावनी:

डीएम ने कहा कि किसी भी स्तर पर लापरवाही या अनियमितता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। खराब प्रदर्शन वाले अधिकारियों पर अनुशासनात्मक कार्रवाई, वेतन रोकने और अन्य दंडात्मक उपाय अपनाए जाएंगे।

विशेष दिशा-निर्देश:

भूमि चिन्हित कर कल्याणकारी योजनाओं के लिए शीघ्र प्रस्ताव उपलब्ध कराने का निर्देश। दाखिल-खारिज के आवेदनों में फर्स्ट इन, फर्स्ट आउट (FIFO) प्रक्रिया का पालन अनिवार्य किया गया। राजस्व मामलों की साप्ताहिक समीक्षा के साथ आवश्यकता पड़ने पर दैनिक समीक्षा का निर्णय।


जिलाधिकारी ने कहा कि राजस्व प्रशासन का उद्देश्य आम जनता को समय पर सेवाएं प्रदान करना है। उन्होंने अधिकारियों से प्रतिबद्धता और तत्परता के साथ काम करने का आग्रह किया।

इस बैठक में जिलाधिकारी के साथ अपर समाहर्ता, अनुमंडल पदाधिकारी, भूमि सुधार उप समाहर्ता, और अंचलाधिकारी उपस्थित रहे।

ब्यूरो रिपोर्ट