
आरा (भोजपुर)।
बिहार सरकार ने आगामी वित्तीय वर्ष 2025-2026 के केंद्रीय बजट में बिहार से जुड़ी कई रेल परियोजनाओं को शामिल कर कार्य शुरू करने के लिए केंद्र सरकार सहित रेल-मंत्रालय से अनुरोध किया की है।इसमें भोजपुर जिले के लिए महत्त्वपूर्ण परियोजनाओं में से एक आरा-सासाराम रेल लाइन के दोहरीकरण करने का प्रस्ताव बिहार सरकार ने केंद्र व रेल मंत्रालय को भेजा है। बिहार सरकार द्वारा पत्र के माध्यम से बताया गया कि आरा- सासाराम रेल लाइन का उपयोग ब्लॉक लेकर 100% से अधिक क्षमता के साथ किया जा रहा है। बता दें कि यदि किसी रेल लाइन का उपयोग 100% से अधिक का होता है तो उसके दोहरीकरण करने के लिए रेलवे मंत्रालय का प्रावधान है। बिहार सरकार द्वारा यह भी बताया गया की आरा-सासाराम रेल लाइन का उपयोग आने वाले समय में चौसा (बक्सर) थर्मल प्लांट चालू होने के बाद वहां तक कोयले पहुंचाने के लिए मालगाड़ियों द्वारा इस रेल लाइन का उपयोग किया जाएगा जिससे आने वाले समय में न सिर्फ दबाव बढ़ेगा वहीं सुरक्षा के दृष्टिकोण से भी दोहरीकरण महत्वपूर्ण हो जाएगा । इसी उद्देश्य के लिए आरा जंक्शन पर Y लिंक बायपास का निर्माण कराया जा रहा है ताकि कोयले वाली मालगाड़ियों तथा पैसेंजर गाड़ियों का निर्बाध तरीके से परिचालन हो सके।उन्हें आरा जंक्शन पर आकर इंजन बदलने के बजाए बायपास का उपयोग कर परिचालन किया जाएगा।

बता दे की आरा सासाराम रेल लाइन की कुल लंबाई 98km है जिसमे 4 बड़े स्टेशनों के साथ कई छोटे-छोटे स्टेशन शामिल है। यदि केंद्र सरकार द्वारा आरा सासाराम रेल लाइन के दोहरीकरण को केंद्रीय बजट 2025-2026 में शामिल किया जाता है तो न सिर्फ इस क्षेत्र का आर्थिक रूप से विकास होगा। वहीं आरा सासाराम रेल लाइन पर पैसेंजर व मालगाड़ियों के संख्या में बढ़ोतरी के भी नए रास्ते खुल जाएंगे तथा दोहरीकरण के पश्चात गाड़ियों के स्पीड बढ़ाने में भी सहायक होगा जिससे आरा से सासाराम की दूरी को कम समय में पूरा किया जा सकेगा। फिलहाल इस रूट पर चलने वाली गाड़ियों को आरा से सासाराम तक 98km की दूरी को तय करने में 3.0 से 3.5 घंटे का समय लगता है जो दोहरीकरण के बाद घटकर महज डेढ़ से दो घंटे तक रह जाएगी।
ब्यूरो रिपोर्ट: अनिल कुमार त्रिपाठी