फुलवारी शरीफ़।

कुमुदिनी शिशु विद्या मंदिर और कुमुदिनी एजुकेशनल कम चैरिटेबल ट्रस्ट के संयुक्त तत्वावधान में विद्यालय का छठा वार्षिक उत्सव भव्य रूप से संपन्न हुआ.इस अवसर पर शैक्षणिक क्षेत्र में अपनी उत्कृष्टता का प्रदर्शन करने वाले दस स्टूडेंट्स को  चौथा लेफ्टिनेंट कर्नल प्रभा कुमारी शैक्षणिक उत्कृष्टता पुरस्कार और कुमुदिनी मेरिट अवार्ड से भी मौके पर वार्षिक परीक्षाओं में बेहतर अंक लाने वाले छात्रों को सम्मानित किया गया.श्री रामयतन सिंह सामाजिक उत्कृष्टता पुरस्कार से पटना के जाने-माने समाजसेवी एवं फिल्म समीक्षक श्री राजेश अग्रवाल, शिक्षा को अपने जीवन का उद्देश्य मानने वाले सी. शेखर, सीमा, तथा मधुबनी स्थित राम निरंजन जनता महाविद्यालय के प्राचार्य अमरेश कुमार श्रीवास्तव को सम्मानित किया गया.कार्यक्रम में  विद्यालय के विद्यार्थियों ने मनमोहक सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दीं, जिसमें पारंपरिक नृत्य, नाटक और गीतों के माध्यम से शिक्षा, संस्कृति और समाज सेवा का संदेश प्रस्तुत किया गया.
समारोह के मुख्य अतिथि लेफ्टिनेंट कर्नल सिंधु, सैन्य अस्पताल, दानापुर, ने कार्यक्रम की गरिमा बढ़ाई. विशिष्ट अतिथियों में डॉ. बिंदा सिंह, प्रोफेसर विभा पवनप्रीत कौर और मिस रचना प्रियदर्शिनी ने अपनी उपस्थिति से समारोह को शोभायमान किया.कार्यक्रम में अध्यक्षता कुमुदिनी शिशु विद्या मंदिर की चेयरपर्सन उषा कुमारी और विद्यालय की प्रधानाचार्य ने की.


समारोह के मुख्य अतिथि लेफ्टिनेंट कर्नल सिंधु नें कहा कि शिक्षा और समाज सेवा किसी भी देश की प्रगति के लिए आधार स्तंभ हैं. उन्होंने कहा कि कुमुदिनी शिशु विद्या मंदिर और कुमुदिनी एजुकेशनल कम चैरिटेबल ट्रस्ट का यह प्रयास सराहनीय है, जो न केवल छात्रों को शैक्षणिक उत्कृष्टता के लिए प्रेरित करता है बल्कि समाज सेवा के प्रति उनकी जिम्मेदारी को भी उजागर करता है.

कुमुदिनी ट्रस्ट की चेयरपर्सन उषा ने कहा कि कुमुदिनी शिशु विद्या मंदिर और ट्रस्ट का मुख्य उद्देश्य शिक्षा और समाज सेवा के माध्यम से समाज में सकारात्मक बदलाव लाना है.

देश की जानी-मानी मनोचिकित्सक और कार्यक्रम में बतौर विशिष्ट अतिथि उपस्थित डॉ. बिंदा सिंह ने कहा कि शिक्षा केवल ज्ञान का संचार नहीं है, बल्कि यह मानसिक स्वास्थ्य और संपूर्ण व्यक्तित्व विकास का भी आधार है. बच्चों में मानसिक और भावनात्मक सशक्तिकरण के लिए ऐसे आयोजन बेहद महत्वपूर्ण हैं, क्योंकि ये न केवल उन्हें आत्मविश्वास देते हैं बल्कि उनकी रचनात्मकता को भी बढ़ावा देते हैं. ट्रस्ट द्वारा शिक्षा और समाज सेवा को प्राथमिकता देना आज के समय की आवश्यकता है.

कार्यक्रम के दौरान प्रधानाचार्य ने विद्यालय की उपलब्धियों और भविष्य की योजनाओं पर प्रकाश डाला.कार्यक्रम का समापन राष्ट्रीय गान के साथ हुआ.इस अवसर पर शहर के अनेक गणमान्य व्यक्ति, अभिभावक, शिक्षक और विद्यार्थी बड़ी संख्या में उपस्थित रहे.

ब्यूरो रिपोर्ट अजीत यादव