
फुलवारी शरीफ।
मंगलवार को सड़क हादसे में स्कूल जा रहे मासूम छात्र मोहित की दर्दनाक मौत के बाद भी फुलवारी शरीफ की यातायात व्यवस्था में दूसरे दिन भी कोई सुधार नहीं हुआ. हादसे के बाद से लेकर दूसरे दिन तक फुलवारी शरीफ की सड़क पर अनीसाबाद से लेकर एम्स तक भंयकर जाम लगा रहा.जाम के कारण पैदल चलना भी मुश्किल हो रहा था. जाम का आलम यह है कि वाहन रेंगते हुए निकालने को मजबूर है.कल जहां अतिक्रमण था आज भी वैसे ही कायम था. बता दें की आयुक्त पटना एवं जिलाधिकारी पटना का स्पष्ट आदेश है कि शहर से अतिक्रमण हटाया जाये मगर शायद नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी को इस आदेश की जानकारी नहीं है. इस कारण नगर परिषद की आंख के सामने ही अतिक्रमण कायम है और लोग जाम से परेशान हैं.इस संबंध में जब नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी से बात की गई तब उन्होंने कहा कि जाम हटाने के लिए मेरे पास बल नहीं और जाम हटाने के लिए एक अधिकारी की नियुक्त हुई है जिनका कार्य केवल अतिक्रमण हटाना होगा.उनकी बात से यह सवाल पैदा हो गया कि जब तक सरकार की ओर से उक्त पदाधिकारी की तैनाती नहीं होती तबतक क्या शहर में अतिक्रमण नहीं हटाया जायेगा. जब कि जिलाधिकारी एवं आयुक्त का स्पष्ट आदेश में की शहर से प्रतिदिन अतिक्रमण हटाया जाये.
मालूम हो कि मंगलवार की सुबह स्कूल जा रहे एक दस साल के मासूम को ट्रक ने कुचल डाला था जिस के बाद लोग सड़क पर उतर आये और हंगामा करते हुए चार घंटे तक एनएच 98 को जाम कर दिया था. जाम को हटाने के लिए तीन थाना दो डीएसपी एवं सीओ बीडीओ को भी मौके पर आना पड़ा था.मौके पर पहुंचे अधिकारियों ने नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी से आग्रह किया था कि वह अतिक्रमण हटाने के लिए अभियान चलायें. जाम के लिए मुख्य कारण अतिक्रमण को लगातार हटाए जाने का श्वसन भी अधिकारियों ने आम जनता को दिया था. लोगों को उम्मीद थी कि हंगामे के बाद जाम नहीं लगेगा मगर दूसरे दिन भी लोगों को जाम का सामना करना पड़ा.बुधवार को भी यहां की सड़कों पर लम्बा जाम लगा हुआ था. शहीद भगत सिंह चौक पर नगर परिषद कार्यालय के सामने की सड़क पर होटल सजे होने के साथ दुकाने लगी हुई दिखाई पड़ी जिसको हटाने का आग्रह किया गया था. चुनौती कुआं में भी बाजार में होटल के बाहर सड़क पर दुकानें सजी है. शहीद भगत सिंह चौक चुनौती कुआं बाजार में भी ऑटो चालकों की मनमानी लगातार दूसरे दिन भी देखी गई. प्रशासन के निर्देश का कोई असर बुधवार को शहर में नहीं दिखा.
इस संबंध नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी से जब बात कि गई तब उन्होंने कहा कि दो बार जिलाधिकारी पटना के आदेश पर अतिक्रमण हटाया गया, मेरे पास बल नहीं होता हैं. पुलिस बल आता है तब हम अतिक्रमण हटाने का कार्य करते हैं.अतिक्रमण हटाने के लिए सरकार ने एक अधिकारी और चालीस बल मिलने वाला है. उसके बाद शहर में अतिक्रमण हटाया जायेगा.
ब्यूरो रिपोर्ट अजीत यादव
