आरा (भोजपुर)।
भिखारी ठाकुर सामाजिक शोध संस्थान के बैनर तले त्रिदिवसीय भिखारी ठाकुर लोकोत्सव के अवसर पर भोजपुरिया जनांदोलन का शंखनाद किया जाएगा। भोजपुरी की सरकार द्वारा हो रही लगातार उपेक्षा, संवैधानिक मान्यता के मुद्दे पर चुप्पी और भोजपुरी के अकादमी में पठन पाठन को दुरुस्त करने का आह्वान भिखारी ठाकुर सांस्कृतिक मंच से किया जाएगा। बैठक में सभी सदस्यों द्वारा सहमति व्यक्त की गई तथा जनांदोलन की रूपरेखा पर विमर्श किया गया। डॉ जया जैन ने कहा कि भोजपुरी 25 करोड़ भारतीयों की भाषा है और लंबे समय से संवैधानिक मान्यता के सवाल पर आंदोलन भी हो रहा है, परन्तु अब सभी भोजपुरी संगठनों को मिलकर एक सामूहिक आवाज उठानी होगी। बंटी भारद्वाज, कमलेश कुमार पाण्डेय, सोहित सिन्हा ने कहा कि अब सभी जनप्रतिनिधियों से यह मांग की जाएगी कि संसद में वे भोजपुरी के लिए पार्टी स्तर से ऊपर उठकर आवाज उठाएं। अशोक कुमार पाण्डेय, कमलेश पासवान ने कहा कि भोजपुरी जनांदोलन को पंचायत स्तर तक पहुंचाया जाएगा। रवि प्रकाश सूरज, राजू कुमार रंजन, डॉ बीरेंद्र कुमार शर्मा ने अकादमिक स्तर पर भोजपुरी के पठन पाठन पर सरकार की गहरी उपेक्षा पर निराशा व्यक्त की। आज के बैठक की अध्यक्षता शशिभूषण गोंड ने तथा संचालन वरिष्ठ पत्रकार नरेंद्र कुमार सिंह ने की। त्रिदिवसीय भिखारी ठाकुर लोकोत्सव की तैयारियां अंतिम चरण में पहुंच गई है और वाहन के जरिए गांव गांव प्रचार प्रसार चल रहा है। भाषण प्रतियोगिता के लिए अब तक 65 विद्यालयों से संपर्क किया गया हैं। जिले के कई प्रतिष्ठित विद्यालयों के छात्र अपनी प्रस्तुति भी देंगे।

ब्यूरो रिपोर्ट: अनिल कुमार त्रिपाठी