पटना।

भारत सरकार के पूर्व केंद्रीय राज्य मंत्री एवं पाटलिपुत्र के पूर्व सांसद रामकृपाल यादव ने पटना औरंगाबाद नेशनल हाईवे 98 /139 को फोर लेन  किए जाने एवं पटना एम्स से अनिसाबाद एलिवेटेड सड़क निर्माण कार्य के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी को बधाई दी एवं आभार जताया है. पूर्व सांसद श्री यादव ने कहा कि इन दोनों बड़े परियोजनाओं के लिए भारत सरकार ने राशि स्वीकृत कर लिया है. उन्होंने कहा कि इन दोनों परियोजनाओं के शुरू होने के बाद यहां के लोगों को जाम से मुक्ति मिल जाएगी. पूर्व सांसद ने कहा कि दोनों परियोजनाओं के स्वीकृति के लिए वह लगातार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं भारत सरकार के परिवहन सड़क मंत्रालय के मंत्री नितिन गडकरी से मिलकर प्रयास कर रहे थे. इसके लिए उन्होंने जन आंदोलन छेड़ रखा था.लगातार संसद में सदस्य रहते हुए उन्होंने आवाज उठाई. समाचार पत्रों चैनलों के माध्यम से भी अपनी आवाज को बुलंद किए रखा.उन्होंने कहा कि इन दोनों परियोजनाओं की स्वीकृति मिलने पर हमारे पाटलिपुत्र संसदीय क्षेत्र से लेकर जहानाबाद संसदीय क्षेत्र के अरवल व औरंगाबाद तक के लोगों को काफी फायदा होगा.

सांसद श्री यादव ने बताया कि नेशनल हाईवे 98 / 139 पटना के अनिसाबाद के पास से शुरू होकर पटना एम्स भूसौला दानापुर नौबतपुर, बिक्रम, कनपा, महाबलीपुर, जहानाबाद संसदीय क्षेत्र के अरवल ज़िला के अरवल, मेहन्दीया, कलेर, काराकाट संसदीय क्षेत्र के औरंगाबाद जिला के दाउदनगर, ओबरा, औरंगाबाद संसदीय क्षेत्र के औरंगाबाद नेशनल हाईवे 2 पर जाकर मिलती है. उसके बाद औरंगाबाद जिला के अम्बा होते हुए झारखण्ड के हरिहरगंज, छतरपुर होते हुए डाल्टेनगंज के राजहारा तक जाती है.यह सड़क बिहार में 156 किमी और झारखंड में 51 किमी है.यह सड़क बिहार और झारखंड के महत्वपूर्ण स्थानों को पटना ऐम्स ,आईआईटी बिहटा, बिहटा एयरपोर्ट, औ‌द्योगिक क्षेत्र बिहटा, विश्वप्रसिद्ध सूर्यमंदिर देव और उलार, बौद्ध सर्किट के बोधगया और वैशाली को भी जोड़ती है. यह सड़क नेशनल हाईवे 2, नेशनल हाईवे 120, नेशनल हाईवे 110, नेशनल हाईवे 30, नेशनल हाईवे 83 से प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से मिलती है.बिहार के चार संसदीय क्षेत्र पाटलीपुत्र, जहानाबाद, काराकाट, और औरंगाबाद से होकर यह सड़क गुजरती है.इसपर ट्रैफिक लोड भी काफी है.


वहीं पाटलिपुत्र संसदीय क्षेत्र  अंतर्गत एन एच 30 बेऊर मोड़ से आगे अनीसाबाद मोड़ पर समाप्त होती है. उसके बाद अनीसाबाद मोड़ से एन एच 98/139 शुरू हो जाता है यानी अनीसाबाद मोड़ एन एच 30 और एन एच 98/139 का मीटिंग प्वाइंट है.
अनीसाबाद मोड़ से फुलवारी होते हुए पटना एम्स, भूसौला तक अत्यधिक ट्रैफिक के कारण दिन रात भीषण जाम की समस्या रहती है क्योंकि एन एच 30 के पटना के पूर्वी हिस्से और गांधी सेतु से एन एच 98/139 पटना पश्चिम एम्स की ओर जाने के लिए यह एकमात्र राष्ट्रीय राजमार्ग है.अब तो गांधी सेतु के समानांतर गंगा नदी पर एक और पुल बन रहा है और निर्माणाधीन डोभी पटना फोर लेन एन एच 83 सरिस्ताबाद के पास एन एच 30 से भी मिल रही है, वैसी परिस्थिति में भविष्य में अनीसाबाद मोड़ पर बॉटल नेक की स्थिति बनने वाली है जिसके कारण एन एच 30 पर ट्रैफिक दबाव काफी बढ़ जाएगा. उसके कारण दीदारगंज, अगमकुआं, जगनपुरा, रामकृष्णा नगर, बेऊर मोड़, अनीसाबाद मोड़, फुलवारी, एम्स, भुसौल तक भीषण जाम की स्थिति बनी रहेगी.इन सबके कारण गांधी सेतु और पटना डोभी एन एच 83 पर भी भीषण जाम की स्थिति बनेगी. पूरा दक्षिणी पटना अस्त व्यस्त हो जायेगा और लाखों की आबादी इस भीषण जाम से प्रभावित होगी.
पूर्व केंद्रीय मंत्री  पाटलिपुत्र के सांसद राम कृपाल यादव ने बताया कि इन  समस्या से समाधान के लिए भारत सरकार के सामने दो महत्वपूर्ण विकल्प दिया जिसमे  एन एच 30 पर प्रस्तावित दीदारगंज अनीसाबाद एलिवेटेड रोड को एन 98/139 के अनीसाबाद मोड़ से पटना एम्स भूसौला तक किया जाय एवं  पटना बक्सर फोर लेन के रद्द अलाइनमेंट नत्थूपुर- भुसौला को पुनर्जीवित करते हुए सिक्स लेन सड़क का निर्माण करवाया जाय.

ब्यूरो रिपोर्ट अजीत यादव