
फुलवारी शरीफ।
पटना के संपतचक बैरिया स्थित प्रेमालोक मिशन स्कूल परिसर में बाल दिवस पर बाल भोज का आयोजन कल नन्हे मुन्ने बच्चों को उनके स्वादिष्ट व्यंजनों का आहार का उपहार दिया गया.

विद्यालय निदेशक गुरुदेव श्री प्रेम ने कहा कि बाल मन को संवारना संभालना सींचना संस्कारों के साथ उनके भविष्य की नींव मजबूत करके उनके करियर को नहीं रात खाना अपने परमात्मा को संवारना और पूजना जैसा है.

अपने परमपिता परमेश्वर को खुश करने के लिए जो जतन किए जाते हैं अपने बाल बच्चों अपने स्टूडेंट नन्हे मुन्ने हर वर्ग के बच्चों को नई राह दिखाना उन्हें भारतीय सभ्यता शिक्षा संस्कार से परिचित कराना बाल दिवस पर उनके लिए सबसे बड़ा उपहार हैं. पढ़ाई तो हर विद्यालय में होती है सबसे जरूरी है बच्चों को शिक्षा के साथ उच्च कोटि के संस्कारों से परिचित कराना.
ब्यूरो रिपोर्ट अजीत यादव