पटना।

भारत सरकार के सांस्कृतिक मंत्रालय द्वारा सास्कृत स्रोत एवं प्रशिक्षण केंद्र गुवाहाटी में विद्यालय शिक्षा में प्राकृतिक एवं सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण में विद्यालयों की भूमिका विषय पर 10 दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया. उसमें 14 राज्यों से पहुंचे 68 नामित शिक्षक शिक्षाओं ने हिस्सा लिया.इस कार्यशाला में शामिल होने के लिए बिहार के विभिन्न जिलों के 10 शिक्षक को नामित किया गया. कार्यशाला में बिहार का प्रतिनिधित्व पटना के शिक्षाविद् तथा रामानंद उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, पुरुषोत्तमपुर सुवर्णा के शिक्षक सुरेश कुमार ने किया. इसमें 14 राज्यों से पहुंचे शिक्षक शिक्षिकाओं से मिलने एवं उनके विचारों को जानने का मौका मिला.
शिक्षक सुरेश कुमार ने बताया की प्राकृतिक एवं सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण के प्रति लोगों में जागृति उत्पन्न करने आदि कई विषयों को लेकर शिक्षक- शिक्षिकाओं को प्रशिक्षण दिया गया.साथ ही विश्व प्राकृतिक एवं सांस्कृतिक धरोहर स्थलों के संरक्षण पर आम लोगों के महत्वपूर्ण भूमिका को बताया गया.इसके लिए स्थानीय स्मारक प्राकृतिक उद्यान आदि के संरक्षण हेतु महत्त्वपूर्ण गतिविधियों का प्रशिक्षण दिया गया. प्रशिक्षण भारत सरकार के महत्वाकांक्षी योजना प्राकृतिक एवं सांस्कृतिक धरोहर को बचाने हेतु सीसीआरटी के रीजनल सेंटर गुवाहाटी द्वारा प्रशिक्षण(16.10.2024-25.10.24) दिया गया.रामानंद उत्तर माध्यमिक विद्यालय पुरुषोत्तमपुर सुवर्णा के शिक्षक तथा पटना के शिक्षाविद सुरेश कुमार को बिहार का नाम रोशन करने के लिए बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ के कई पदाधिकारी तथा अन्य ने धन्यवाद दिया.

ब्यूरो रिपोर्ट अजीत यादव