पटना।

जिलाधिकारी पटना, डॉ. चंद्रशेखर सिंह ने समाहरणालय सभाकक्ष में विभिन्न विभागों की योजनाओं और कार्यक्रमों की समीक्षा कर विकास और लोक कल्याणकारी योजनाओं को समयबद्ध और गुणवत्तापूर्ण तरीके से लागू करने के निर्देश दिए।

मुख्य बिंदु:
1. जनसुविधा पर जोर:
अधिकारियों को निर्देश दिया गया कि लोग छोटे कार्यों के लिए मुख्यालयों का चक्कर न लगाएं। सभी स्तर पर अधिकारियों को जवाबदेह और संवेदनशील होना होगा।

2. अंतरविभागीय समन्वय:
सभी विभागों को आपसी समन्वय से कार्य करने और योजनाओं को तेज़ी से लागू करने का निर्देश दिया गया।

3. प्रमुख योजनाएँ:
हर घर नल का जल योजना और घर तक पक्की गली-नालियाँ योजना को 2025 तक पूरा करने का लक्ष्य। मुख्यमंत्री ग्रामीण सोलर स्ट्रीट लाइट योजना में 100% कार्य पूरा करने का निर्देश। पंचायत सरकार भवन और खेल के मैदान निर्माण के लिए भूमि चिह्नित करने की प्रक्रिया तेज़ करने पर जोर।

4. युवाओं और महिलाओं का सशक्तिकरण:
बिहार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड, कुशल युवा कार्यक्रम, और मुख्यमंत्री निश्चय स्वयं सहायता योजना के तहत युवाओं तक लाभ पहुंचाने का निर्देश। महिलाओं की उच्च शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए प्रोत्साहन योजनाओं का प्रभावी क्रियान्वयन।

5. कृषि और जल प्रबंधन:
हर खेत तक सिंचाई का पानी, कृषि फीडर निर्माण, और जल संचयन परियोजनाओं को प्राथमिकता। जल-जीवन-हरियाली अभियान के तहत तालाबों और कुओं का जीर्णोद्धार।

6. स्वयं सहायता समूह (SHG):
कृषि, पशुपालन, और अन्य गतिविधियों में स्वयं सहायता समूहों की भूमिका को बढ़ाने का निर्देश।



डीएम के निर्देश:

सभी अधिकारी समयबद्धता और गुणवत्ता सुनिश्चित करें। लंबित आवेदनों का त्वरित निष्पादन करें। जनता की समस्याओं को प्राथमिकता दें और उनकी शिकायतों का समाधान क्षेत्रीय स्तर पर करें।


विशेष अभियान:

खेल-कूद और उद्यमिता को बढ़ावा:
प्रत्येक पंचायत में खेल-कूद के लिए स्पोर्ट्स क्लब बनाने और महिलाओं व युवाओं को उद्यमिता योजनाओं से जोड़ने के निर्देश।

यह समीक्षा बैठक विकास और लोक कल्याणकारी योजनाओं को सफलतापूर्वक लागू करने के उद्देश्य से की गई, जिसमें सभी विभागीय पदाधिकारियों को सजग और तत्पर रहने की आवश्यकता पर जोर दिया गया।

ब्यूरो रिपोर्ट