पटना।
पटना प्रमंडल के आयुक्त मयंक वरवड़े के निर्देश पर 15 जनवरी 2025 से पटना में अतिक्रमण हटाने के लिए विशेष अभियान की शुरुआत की गई है। इस अभियान का उद्देश्य जनसुविधा को बढ़ावा देना और यातायात को सुगम बनाना है। जिलाधिकारी डॉ. चंद्रशेखर सिंह और वरीय पुलिस अधीक्षक अवकाश कुमार के नेतृत्व में सात टीमों का गठन किया गया है, जो विभिन्न क्षेत्रों में अतिक्रमण हटाने का काम करेंगी।

1. मल्टी-एजेंसी अभियान:
यह अभियान पटना नगर निगम के पाँच अंचलों—नूतन राजधानी, पाटलिपुत्र, कंकड़बाग, बांकीपुर, अजीमाबाद—सहित फुलवारीशरीफ और दानापुर में भी चलाया जाएगा। इसमें नगर निगम, ट्रैफिक पुलिस, परिवहन, राजस्व, स्वास्थ्य, अग्निशमन, वन विभाग और अन्य एजेंसियां शामिल हैं।

2. प्रमुख स्थान:
नेहरू पथ, पटना जंक्शन, मीठापुर, बोरिंग रोड, गांधी मैदान के आसपास, कंकड़बाग मेन रोड, ओल्ड बाईपास, राजापुर पुल, मुसल्लहपुर हाट और अन्य मुख्य सड़कों को अतिक्रमण मुक्त किया जाएगा।

3. कड़ी कार्रवाई:
अस्थायी अतिक्रमण पर ₹5,000 और स्थायी अतिक्रमण पर ₹20,000 का जुर्माना। अतिक्रमण में प्रयुक्त सामान जब्त किया जाएगा। व्यवधान उत्पन्न करने वालों पर विधि-सम्मत कार्रवाई होगी।


4. विशेष टीमें और निगरानी सेल:
अभियान को सफल बनाने के लिए दंडाधिकारी, पुलिस पदाधिकारी, महिला बल और नगर निगम कर्मियों की तैनाती की गई है। इसके अलावा, मॉनिटरिंग सेल गठित की गई है, जिसमें अपर जिला दंडाधिकारी, पुलिस अधीक्षक (यातायात), नगर निगम के अधिकारी और सिटी मजिस्ट्रेट शामिल हैं।

5. दीर्घकालिक व्यवस्था:
हटाए गए अतिक्रमण क्षेत्रों में पुनः अवैध गतिविधियां न हों, इसके लिए नियमित निगरानी और फॉलो-अप टीमें सक्रिय रहेंगी।

6. जनहित में निर्देश:
अस्पतालों के आसपास अतिक्रमण सख्ती से हटाया जाएगा। पैदल पथों और सड़कों पर अवैध दुकानों व पार्किंग के खिलाफ कार्रवाई होगी। सार्वजनिक स्थानों पर बाधा डालने वालों पर कठोर कदम उठाए जाएंगे।


आयुक्त मयंक वरवड़े ने कहा कि सुगम यातायात और अतिक्रमण मुक्त शहर का निर्माण प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है। यातायात बाधाओं और सड़कों पर अवैध गतिविधियों के प्रति “शून्य सहिष्णुता” की नीति अपनाई जाएगी। सभी विभागों को समन्वय के साथ काम करने और अभियान को प्रभावी ढंग से लागू करने का निर्देश दिया गया है।
             यह विशेष अभियान 1 फरवरी तक चलेगा। इसकी नियमित समीक्षा की जाएगी और आवश्यकतानुसार आगे की कार्रवाई तय की जाएगी। इस अभियान से शहर की यातायात व्यवस्था में सुधार और जनसुविधा सुनिश्चित करने की उम्मीद है। प्रशासन ने सभी नागरिकों से सहयोग की अपील की है ताकि पटना को अतिक्रमण मुक्त और व्यवस्थित बनाया जा सके।

ब्यूरो रिपोर्ट