आरा (भोजपुर)।
गड़हनी प्रखंड के हदियाबाद स्थित आरा सेंट्रल स्कूल में शिक्षकों के लिए प्रशिक्षण एवं कार्यशाला का आयोजन किया गया जिसका मुख्य विषय “ कक्षा प्रबंधन एवं डिजिटल शिक्षा का महत्त्व था”। इस कार्यक्रम का शुभारंभ निदेशक,आरा सेंट्रल स्कुल रिसोर्सपर्सन अरिन्दम बानिक क्षेत्रीय प्रबंधक राजीव रंजन ने संयुक्तरूप से दीप प्रज्जवलित कर किया। कार्यक्रम के उद्घाटन वक्तव्य में आरा सेन्ट्रल स्कूल निदेशक डॉ अंजिश कुमार ने कहा कि शिक्षा एक सतत प्रक्रिया है जो जन्म से शुरू होती है और जीवन भर चलती रहती है।

शिक्षा का उद्देश्य बच्चों का सर्वांगीण विकास उनके अन्दर साकारात्मक सोच और कौशल को विकसित करने के साथ ही रोजगार क्षमता बढ़ाने,सामाजिक गतिशीलता में सुधार करने और सामाजिक सामंजस्य को बढ़ावा देन में सक्षम बनाना है। इस अवसर पर समीश मंगलम ने कहा की शिक्षा समाज में बच्चों और शिक्षकों दोनों की पहचान बनाती है। आज उस डिजिटल युग में छात्रों एवं शिक्षकों के बीच डिजिटल साक्षरता का बढ़ावा देना आवश्यक है। डिजिटल शिक्षा छात्रों में नवाचार और रचनात्मकता को प्रोत्साहित करती है।इस कार्यशाला में मुख्य रिर्सोस पर्सन अरिन्दम बानिक ने शिक्षकों के बीच विभिन्न गतिविधियों के द्वारा कैसे बच्चों को प्रोत्साहित कर कक्षा प्रबंधन को अनुशासित रखना है इस विषय में बताया।

इसमें सैद्धान्तिक एवं व्यवहारिक दोनों ही प्रकार के विषयों पर क्रियाएँ करवाई गई। स्कुल के शैक्षिक एवं सह शैक्षिक व्यवहारिक क्रियाओं से सबंधित शिक्षकों से विभिन्न क्रियाकलाप करवाए गए ।साथ ही रिर्सोस पर्सन अरिन्दम  बानिक,क्षेत्रीय प्रबंधक राजीव रंजन ने मोटिवेशनल और क्लास रूम मैनेजमेंट सम्बंधित जानकारी देकर शिक्षको को नवाचार के माध्यम से छात्रों में शिक्षा एवं उनके सर्वागीण विकास के लिए इसका उपयोग करने की सलाह दी। स्कुल के चेयरमैन डा० अंजीश कुमार ने अरिन्दम बानिक एवं  राजीव रंजन को स्कूल में आकर शिक्षको को प्रशिक्षण देकर उनके शिक्षण कौशल में वृद्धि करने एवं प्रतिभा को निखारने के लिए धन्यवाद दिया। इस कार्यक्रम में विद्यालय के लगभग पचास शिक्षक एवं शिक्षिकाएं शामिल थी। इस कार्यक्रम के आयोजन में राम मोहन मिश्रा, विवेकानंद,अनिल कुमार मिश्रा, अमृता प्रसाद,सुरीता शर्मा एवं अन्य का सराहनीय योगदान रहा ।

रिपोर्ट: देवाशीष
ब्यूरो रिपोर्ट:अनिल कुमार त्रिपाठी