निष्पक्ष और पारदर्शी विधानसभा चुनाव के लिए प्रशासन ने कसी कमर

पटना।  बिहार विधानसभा चुनाव-2025 को निष्पक्ष और पारदर्शी बनाने की तैयारी तेज हो गई है। जिला प्रशासन ने शुक्रवार को पटना के श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल में फ्लाइंग स्क्वायड, स्टैटिक सर्विलांस टीम, वीडियो सर्विलांस टीम और वीडियो व्यूइंग टीम के पदाधिकारियों को विशेष प्रशिक्षण दिया। जिलाधिकारी डॉ. त्यागराजन एस.एम. ने कहा कि “स्वतंत्र, भयमुक्त और सहभागितापूर्ण चुनाव कराना प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है, और इसके लिए हर अधिकारी को सतर्क, निष्पक्ष और जिम्मेदार भूमिका निभानी होगी।”

प्रशिक्षण सत्र में डीएम ने सभी अधिकारियों को आचार संहिता, व्यय अनुश्रवण और विधि-व्यवस्था से जुड़े अहम बिंदुओं की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि प्रत्येक अधिकारी भारत निर्वाचन आयोग का प्रतिनिधि है और चुनाव परिणाम घोषित होने तक आयोग के अधीन कार्य करेगा। उन्होंने साफ चेतावनी दी कि मतदाताओं को प्रलोभन या डराने-धमकाने की हर कोशिश पर सख्त कार्रवाई होगी। “आपकी निष्पक्षता केवल काम में ही नहीं, बल्कि जनता के बीच भी स्पष्ट दिखनी चाहिए,” उन्होंने जोर देते हुए कहा।

डीएम ने बताया कि पटना जिले के 14 विधानसभा क्षेत्रों के लिए 49 फ्लाइंग स्क्वायड और 183 स्टैटिक सर्विलांस टीमें गठित की गई हैं, जो 61 चेकप्वाइंट्स पर तीन शिफ्ट में निगरानी रखेंगी। इसके अलावा 42 वीडियो सर्विलांस टीमें और 42 वीडियो व्यूइंग टीमें भी लगातार सक्रिय रहेंगी। ये टीमें नगद राशि, शराब, अवैध हथियारों या किसी भी प्रकार की रिश्वत के वितरण पर पैनी नजर रखेंगी। उन्होंने कहा कि यदि कोई भी संदिग्ध गतिविधि सामने आती है, तो तत्काल कार्रवाई कर रिपोर्ट सौंपी जाएगी।

जिलाधिकारी ने फ्लाइंग स्क्वायड की जिम्मेदारियों को विस्तार से समझाया। ये टीमें चुनावी प्रचार के दौरान अत्यधिक खर्च, अवैध हथियारों और मादक पदार्थों की आवाजाही को रोकने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी। फ्लाइंग स्क्वायड के वाहनों पर लगे पब्लिक एड्रेस सिस्टम से लोगों को चेतावनी दी जाएगी कि रिश्वत देना या लेना भारतीय दंड संहिता के तहत दंडनीय अपराध है। इसी तरह, स्टैटिक सर्विलांस टीमें तय चेकपोस्ट से गुजरने वाले वाहनों की जांच करेंगी और यदि किसी वाहन से 50,000 रुपये या उससे अधिक की नगद राशि अथवा 10,000 रुपये से महंगी चुनाव सामग्री पाई जाती है, तो उसे जब्त कर विधिसम्मत कार्रवाई की जाएगी।

बैठक में बताया गया कि निर्वाचन व्यय पर निगरानी के लिए 24×7 टीमें सक्रिय रहेंगी। जिले में 32 नाका/चेक पोस्ट चिह्नित किए गए हैं और लगभग 20 प्रवर्तन एजेंसियां पैसों के ट्रांजैक्शन, अवैध शराब, जाली करेंसी और कीमती धातुओं के परिचालन पर नजर रखेंगी। मादक पदार्थ निषेध और शांतिपूर्ण मतदान के लिए 475 हॉटस्पॉट पर भी सख्त निगरानी रखी जाएगी। सीमावर्ती जिलों के अधिकारियों के साथ समन्वय बैठकों का आयोजन कर सुरक्षा और निगरानी को मजबूत किया जाएगा।

इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में उप विकास आयुक्त समीर सौरभ, वरीय नोडल पदाधिकारी आर.आर. प्रभाकर, प्रशिक्षण कोषांग के वरीय अधिकारी देवेंद्र प्रताप शाही, राज्य कर संयुक्त आयुक्त राम प्रकाश सिन्हा सहित कई वरिष्ठ पदाधिकारी मौजूद थे। कार्यक्रम में आदर्श आचार संहिता, ई-एसएमएस, सी-विजिल, एमसीएमसी और मतदाता जागरूकता से जुड़े तकनीकी पहलुओं की भी विस्तार से जानकारी दी गई। जिलाधिकारी ने अंत में कहा कि हर अधिकारी को अपने दायित्व का निर्वहन पूरी निष्ठा और पारदर्शिता से करना होगा ताकि मतदान प्रक्रिया पर जनता का विश्वास और मजबूत हो।

ब्यूरो रिपोर्ट