आरा–बक्सर और दानापुर के प्लेटफॉर्म होंगे गिट्टी-रहित, यात्रियों को मिलेगा आधुनिक अनुभव
आरा (भोजपुर)।
पूर्व मध्य रेल ने डीडीयू (दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन) से पटना होकर बख्तियारपुर तक के 255 किमी लंबे व्यस्त रेलखंड पर ट्रेनों की समयपालन क्षमता सुधारने के लिए बड़ा कदम उठाया है। इस खंड पर ऑटोमैटिक ब्लॉक सिग्नलिंग (ABS) सिस्टम स्थापित किया जाएगा। रेलवे ने इसके लिए 292 करोड़ रुपये की लागत वाली निविदा जारी कर दी है। लगभग दो वर्षों में कार्य पूरा कर लिया जाएगा। इस सिस्टम को अप और डाउन दोनों मुख्य लाइनों पर लगाया जाएगा।

फिलहाल यहां एब्सोल्यूट ब्लॉक सिग्नलिंग प्रणाली है, जिसमें एक ट्रेन को तभी हरी झंडी मिलती है जब दूसरी ट्रेन अगला स्टेशन पार कर जाती है। इससे बार-बार देरी की स्थिति बनती है। नई तकनीक के बाद 500 मीटर से 1 किमी के अंतराल पर सिग्नल लगाए जाएंगे। जैसे ही एक ट्रेन स्टेशन यार्ड को पार करेगी, उसी ब्लॉक सेक्शन में दूसरी ट्रेन भी चलाई जा सकेगी। इससे विशेषकर पैसेंजर ट्रेनों को घंटों रुकने की नौबत नहीं आएगी और एक्सप्रेस गाड़ियों को भी समय पर गंतव्य तक पहुँचाना आसान होगा।

दानापुर मंडल के एडीआरएम (ऑपरेशन) आधार राज ने बताया कि ABS प्रणाली से न केवल मौजूदा ट्रेनों की समयपालन क्षमता बेहतर होगी बल्कि नई ट्रेनों के परिचालन की संभावनाएं भी बढ़ेंगी।

आरा जंक्शन के प्लेटफॉर्म की बदलेगी सूरत

आरा जंक्शन समेत बक्सर और दानापुर स्टेशनों के प्लेटफॉर्म भी अब ब्लास्टलेस (गिट्टी-रहित) बनाए जाएंगे। रेलवे ने इसके लिए भी टेंडर जारी कर दिया है। आरा के प्लेटफॉर्म नंबर 1, 2 और 3 के अलावा बक्सर के लाइन नंबर 1, 4 और 5 तथा दानापुर के 1, 1A और 4 को गिट्टी-रहित बनाने पर लगभग 30 लाख रुपये खर्च होंगे। यह काम तीन से चार महीनों में पूरा किया जाएगा।

गिट्टी हटने से मेंटेनेंस का झंझट कम होगा और लूप लाइन की गति, जो वर्तमान में 30 किमी प्रति घंटा है, उसे भी बढ़ाया जा सकेगा। बड़े स्टेशनों की तर्ज पर अब आरा जंक्शन भी यात्रियों को अधिक आधुनिक और सुरक्षित सुविधाएं देगा।

रेलवे के इन सुधारों से न सिर्फ ट्रेनों की समयपालन क्षमता बढ़ेगी बल्कि यात्रियों को भी साफ-सुथरा और बेहतर अनुभव मिलेगा।

ब्यूरो रिपोर्ट अनील त्रिपाठी