पटना।

बिहार में पीएम सूर्य घर योजना के प्रभावी क्रियान्वयन को लेकर ऊर्जा सचिव एवं बीएसपीएचसीएल के सीएमडी पंकज कुमार पाल ने सभी विद्युत अधिकारियों को सख्त निर्देश जारी किए हैं। उन्होंने कहा कि योजना को जमीनी स्तर तक सफल बनाने के लिए क्षेत्रीय अभियंताओं को अपने-अपने क्षेत्रों में लक्ष्य के अनुसार ठोस कार्ययोजना बनानी होगी।

बैठक में उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि सभी विद्युत अधीक्षण अभियंता योजना की प्रगति की नियमित समीक्षा करें। इसके साथ ही एक विशेष सेल के गठन का निर्देश भी दिया गया है जिसकी अध्यक्षता मुख्य अभियंता करेंगे। यह सेल सूर्य घर योजना की निगरानी और क्रियान्वयन की गति को सुनिश्चित करेगी।

सचिव ने सौर ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए डोर-टू-डोर जागरूकता अभियान चलाने का आदेश दिया। उन्होंने कहा कि उच्च बिजली खपत वाले उपभोक्ताओं से सीधा संपर्क कर उन्हें योजना के लाभों की जानकारी दी जाए। इसके तहत उन्हें बताया जाए कि सौर संयंत्र लगाने से कैसे उनका बिजली बिल न्यूनतम हो सकता है।

इस योजना के अंतर्गत उपभोक्ताओं को 2 किलोवाट तक ₹30,000 प्रति किलोवाट की सब्सिडी, तीसरे किलोवाट पर ₹18,000 और तीन किलोवाट से अधिक पर कुल ₹78,000 तक की सहायता दी जा रही है। अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि वे प्रत्येक उपभोक्ता तक पहुंचकर आवेदन प्रक्रिया में मदद करें और परिणामों पर विशेष ध्यान दें।

बता दें कि अब तक राज्य में 5,683 निजी भवनों पर सौर संयंत्र लगाए जा चुके हैं, जिससे 21 मेगावाट बिजली का उत्पादन हो रहा है। ऊर्जा सचिव ने निर्देश दिया है कि सप्ताह में दो दिन ‘सौर ऊर्जा जन-जागरूकता दिवस’ के रूप में मनाया जाए ताकि अधिक से अधिक लोग इस योजना से जुड़ें और राज्य में स्वच्छ ऊर्जा को बढ़ावा मिले।

ब्यूरो रिपोर्ट