पटना।
बिहार में छोटे और मध्यम उद्यमों (एमएसएमई) को बढ़ावा देने तथा महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने की दिशा में एक और महत्वपूर्ण कदम उठाया गया। बुधवार को दानापुर स्थित एक निजी कमेटी हॉल परिसर में बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने यूनियन बैंक ऑफ इंडिया द्वारा आयोजित मेगा एमएसएमई आउटरीच कैंप का उद्घाटन किया। उन्होंने दीप प्रज्वलित कर इस कैंप की विधिवत शुरुआत की। इस मौके पर विभिन्न सेक्टरों से जुड़े लाभार्थियों को करीब 50 करोड़ रुपये के लोन वितरित किए गए।

महिलाओं और उद्यमियों के लिए बड़ा अवसर:
इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य महिलाओं और छोटे उद्यमियों को आर्थिक सहायता प्रदान करना था, जिससे वे अपने व्यवसाय को आगे बढ़ा सकें। उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में सरकार महिलाओं को सशक्त और आत्मनिर्भर बनाने के लिए लगातार कार्य कर रही है। उन्होंने कहा, “इस तरह की योजनाएं न केवल महिलाओं के आर्थिक विकास में सहायक हैं, बल्कि यह छोटे उद्यमियों को भी आगे बढ़ने का सुनहरा अवसर देती हैं। सरकार की यह पहल ‘आत्मनिर्भर भारत अभियान’ को और मजबूती प्रदान करेगी।”

बैंकिंग सेक्टर की महत्वपूर्ण भूमिका:
कार्यक्रम में उपस्थित यूनियन बैंक ऑफ इंडिया के क्षेत्र प्रमुख रणजीत सिंह ने कहा कि भारत सरकार के निर्देशानुसार बैंकिंग सेक्टर बड़े पैमाने पर वित्तीय सहायता उपलब्ध करा रहा है। उन्होंने बताया कि महिलाओं के लिए 2 लाख से 2 करोड़ रुपये तक के लोन बिना किसी कॉलेटरल (गिरवी) के दिए जा रहे हैं, ताकि वे अपने व्यवसाय को सशक्त बना सकें।

लाभार्थियों को वितरित किए गए लोन:
इस मेगा कैंप के दौरान कई जीविका दीदी समूहों और एमएसएमई उद्यमियों को ऋण प्रदान किया गया, जिससे वे अपने व्यवसाय और छोटे-मोटे उद्योगों को आगे बढ़ा सकें। बैंक की ओर से यह पहल महिलाओं और लघु उद्यमियों को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक प्रभावी कदम साबित होगी।


कार्यक्रम में मौजूद गणमान्य व्यक्ति

इस मौके पर कई गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति रही, जिनमें शामिल थे:
यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, केंद्रीय कार्यालय, मुंबई के महाप्रबंधक ज्ञान रंजन सारंगी

यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, रांची क्षेत्र के उप अंचल प्रमुख शशिकांत

पटना क्षेत्र के प्रमुख रणजीत सिंह

बिहार जीविका प्रमुख पुष्पेंद्र सिंह त्रिपाठी

यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, पटना के राजभाषा अधिकारी डॉ. विजय कुमार पांडेय

इसके अलावा, सैकड़ों की संख्या में जीविका दीदियां एवं दर्जनों एमएसएमई उद्यमी भी कार्यक्रम में शामिल हुए।

‘आत्मनिर्भर भारत’ को मजबूती:
सरकार और बैंकिंग सेक्टर की इस पहल से छोटे और मध्यम स्तर के व्यवसायियों को प्रोत्साहन मिलेगा। विशेष रूप से महिलाएं अपने स्टार्टअप और छोटे उद्योगों को बढ़ा सकेंगी, जिससे प्रदेश और देश की आर्थिक स्थिति को मजबूती मिलेगी। इस प्रकार, यह कैंप ‘आत्मनिर्भर भारत’ अभियान को सशक्त बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम साबित होगा।

ब्यूरो रिपोर्ट