
पटना।
1 फरवरी 2025 – केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शनिवार को संसद में केंद्रीय बजट 2025 पेश करते हुए आईआईटी पटना के बुनियादी ढांचे और सुविधाओं के महत्वपूर्ण विस्तार की घोषणा की। यह ऐतिहासिक कदम बिहार और पूर्वी भारत में तकनीकी शिक्षा को नई ऊंचाइयों तक ले जाने की दिशा में एक बड़ा मील का पत्थर साबित होगा।
आईआईटी पटना के निदेशक, प्रो. टी.एन. सिंह ने इस अवसर पर खुशी और आभार व्यक्त करते हुए भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का हार्दिक धन्यवाद किया। उन्होंने कहा कि सरकार के दूरदर्शी नेतृत्व और समर्थन से संस्थान निरंतर प्रगति के पथ पर अग्रसर है।
शिक्षा और नवाचार को मिलेगी नई दिशा:
आईआईटी पटना अपनी स्थापना से ही अनुसंधान, नवाचार और उद्यमिता को बढ़ावा देने में अग्रणी भूमिका निभा रहा है। इस विस्तार के बाद, संस्थान और अधिक छात्रों को उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा और प्रशिक्षण प्रदान कर सकेगा। साथ ही, अत्याधुनिक अनुसंधान सुविधाओं और इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास से छात्रों और शोधकर्ताओं को वैश्विक प्रतिस्पर्धा के लिए तैयार किया जाएगा।
सरकार की समावेशी विकास नीति को बढ़ावा:
आईआईटी पटना के विस्तार की यह पहल भारत सरकार की समावेशी विकास नीति और संसाधनों के समान वितरण की प्रतिबद्धता को दर्शाती है। इससे बिहार और पूरे पूर्वी भारत में उच्च शिक्षा और तकनीकी अनुसंधान को मजबूती मिलेगी, जिससे क्षेत्रीय विकास को भी गति मिलेगी।
संस्थान ने इस घोषणा को पूरे आईआईटी पटना परिवार के लिए एक गर्व का क्षण बताया और कहा कि यह कदम इसके भविष्य के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। उच्च शिक्षा और अनुसंधान के क्षेत्र में यह निर्णय देश के युवाओं के उज्ज्वल भविष्य की दिशा में एक ठोस प्रयास है।
ब्यूरो रिपोर्ट निशांत कुमार