
आरा(भोजपुर)।
स्थानीय नागरिक प्रचारिणी सभागार में शनिवार को प्राइवेट स्कूल्स एंड चिल्ड्रेन वेलफेयर एसोसिएशन ने अपने पहले जिला सम्मेलन का सफलतापूर्वक आयोजन किया। इस भव्य और ऐतिहासिक सम्मेलन में भोजपुर जिले के सभी प्राइवेट स्कूलों ने एक मंच पर एकजुटता का परिचय दिया।

इस मौके पर मौजूद मुख्य अतिथियों में सैयद शमायल अहमद PSACWA के राष्ट्रीय अध्यक्ष, विकास वैभव आईजी, पटना, स्थानीय विधायक अमरेंद्र प्रताप सिंह, मेयर इंदु देवी, बड़हरा पूर्व विधायक आशा देवी, सुनील कुमार, पूर्व मेयर,आरा,नगर निगम, ए .हसन,जिला शिक्षा पदाधिकारी, प्रो. डॉ रण विजय सिन्हा और सभी जिलों के अध्यक्ष मौजूद रहे। एसोसिएशन से जुड़े सदस्यों ने इस कार्यक्रम को सफलता की नई ऊंचाई पर पहुंचाया। डॉ स्मिता सिंह ने प्रशासन और जनप्रतिनिधियों से एसोसिएशन एवं जनता की तरफ से कुछ मांगे भी रखी जिसमें नगर निगम द्वारा सफाई का काम देर रात में करने जिससे जाम से लोगों को दिक्कत का सामना न करना पड़े। आरटीई का बकाया राशि को जल्द से जल्द निर्गत कराया जाए । साथ ही शिक्षा विभाग की ओर से कोई नई चीजों को लाना हो तो उससे पहले चर्चा में प्राइवेट स्कूल एंड चिल्ड्रेन वेलफेयर एसोसिएशन में से किसी भी शिक्षाविद को भी शामिल किया जाए। शहर में ट्रैफिक व्यवस्था को दुरूस्त किया जाए जिससे आम पब्लिक तथा स्कूली बसों को जाम का सामना नहीं करना पड़े। इस ऐतिहासिक अवसर पर एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष सैयद शमायल अहमद ने प्राइवेट स्कूलों के प्रमुखों की महती उपस्थिति देखकर अपनी प्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने मौजूदा शिक्षा मंत्री सुनील कुमार की प्रशंसा करते हुए उनकी दूरदर्शिता और सहयोग का धन्यवाद किया। उन्होंने ने बताया कि उनकी आठ सूत्री मांगों को शिक्षा मंत्री द्वारा स्वीकार करना प्राइवेट स्कूलों के लिए एक बड़ी उपलब्धि है। राष्ट्रीय अध्यक्ष ने भोजपुर की अध्यक्षा डॉ. स्मिता सिंह को शेरनी कहते हुए कार्यशैली की काफी सराहना की और कहा,डॉ. स्मिता सिंह ने जिस तरह से सभी प्राइवेट स्कूलों को एक साथ मंच पर लाने का प्रयास किया है, वह वाकई बेमिसाल है।

यह आयोजन उनकी नेतृत्व क्षमता और समर्पण का प्रमाण है। सम्मेलन में प्रोफेसर डॉ. रणविजय कुमार ने प्राइवेट स्कूली व्यवस्था के बढ़ते महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि हर सफल व्यक्ति के पीछे प्राइवेट स्कूलों का योगदान होता है। यह समय है कि प्राइवेट स्कूलों को भी वह मान-सम्मान मिले, जो सरकारी स्कूलों को सरकार की ओर से दिया जाता है। उन्होंने प्राइवेट स्कूलिंग के कॉन्सेप्ट का स्वागत किया और इसे देश के भविष्य के लिए जरूरी बताया।मुख्य अतिथि विकास वैभव ने अपने प्रेरणादायक संबोधन में कहा कि अगर बिहार के युवाओं को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और कौशल विकास का अवसर दिया जाए, तो राज्य को बदलने का काम यही प्राइवेट स्कूल कर सकते हैं। उन्होंने बिहार के ऐतिहासिक शिक्षा तंत्र का जिक्र करते हुए राज्य के गौरवशाली अतीत को वर्तमान से जोड़ने की अपील की। सम्मेलन में भोजपुर जिले के सभी प्राइवेट स्कूलों के निदेशक और प्राचार्यों को सम्मानित किया गया।

इस आयोजन ने केवल प्राइवेट स्कूलों की ताकत और एकजुटता को प्रदर्शित किया, बल्कि यह भी दिखाया कि शिक्षा के क्षेत्र में नए अध्याय लिखने के लिए एक मंच पर आना कितना महत्वपूर्ण है। यह सम्मेलन भोजपुर के शिक्षा जगत के लिए मील का पत्थर साबित होगा। और यह संदेश दिया कि जब सभी प्राइवेट स्कूल मिलकर काम करेंगे, तो बिहार के विकास का रास्ता और मजबूत होगा। इस अवसर पर राजेश राजमणि बीडी पब्लिक स्कूल, नंद कुमार सिंह, एमडीजे स्कूल, एन के पांडेय, विनोद शाह, अंकुर आनंद वर्मा, शबनवाज खान, सन्नी जी, संजय, विश्वकर्मा कुमार, निर्मल जी, उदय कुमार,रविकांत, सुजीत कुमार समेत काफी संख्या में स्कूल संचालक मौजूद थे।
रिपोर्ट: देवाशीष
ब्यूरो रिपोर्ट: अनिल कुमार त्रिपाठी