
पटना।
बिहार में स्मार्ट मीटरिंग प्रोजेक्ट की धीमी रफ्तार को देखते हुए ऊर्जा सचिव सह सीएमडी बीएसपीएचसीएल पंकज कुमार पाल ने कड़ा रुख अपनाया है। उन्होंने मीटरिंग एजेंसियों को निर्देश दिया कि नॉन-कम्युनिकेटिंग और खराब मीटरों को जल्द से जल्द बदला जाए, अन्यथा कार्रवाई के लिए तैयार रहें।
समीक्षा बैठक में ईईएसएल, जीनस, इंटेलीस्मार्ट, अदानी पावर, सिक्योर मीटर्स, हाइप्रिंट और एनसीसी जैसी कंपनियों के प्रदर्शन का मूल्यांकन किया गया। सीएमडी पाल ने साफ कहा कि मार्च के पहले सप्ताह तक सभी खराब मीटर बदल दिए जाएं। इसके अलावा, डिस्ट्रीब्यूशन ट्रांसफॉर्मर मीटरिंग का कार्य आरडीएसएस योजना के तहत तय समय में पूरा करना अनिवार्य होगा, अन्यथा संबंधित एजेंसियों पर सख्त कार्रवाई होगी।
बैठक में राजस्व बढ़ाने के लिए विशेष रणनीति पर भी चर्चा हुई। ऊर्जा सचिव ने निर्देश दिया कि फील्ड अधिकारी उपभोक्ताओं से सीधा संपर्क बढ़ाएं, बिल सुधार के लिए उनके परिसरों में जाएं और बड़े बकायेदारों से राजस्व वसूली सुनिश्चित करें। इसके लिए आईईसी गतिविधियों को प्रभावी ढंग से लागू करने और हर शुक्रवार को खराब प्रदर्शन करने वाले पांच डिवीजनों की समीक्षा करने का आदेश दिया गया।
स्मार्ट मीटरिंग में पारदर्शिता और गति लाने के लिए आईटी-इनेबल्ड मॉनिटरिंग सिस्टम शुरू करने की योजना बनाई गई है। इससे फील्ड में काम कर रहे अधिकारियों पर नजर रखी जाएगी और उनकी जवाबदेही तय होगी। ऊर्जा सचिव ने यह भी कहा कि नए कनेक्शनों की प्रक्रिया में तेजी लाई जाए और ट्रांसफार्मर मीटरिंग को प्रभावी तरीके से लागू किया जाए।
मीटरिंग एजेंसियों ने बैठक में बताया कि एयरटेल नेटवर्क की समस्या के कारण कई जगहों पर काम प्रभावित हो रहा है। इस पर ऊर्जा सचिव ने एनबीपीडीसीएल के एमडी डॉ. निलेश रामचंद्र देवरे को एयरटेल अधिकारियों से बात कर जल्द समाधान निकालने के निर्देश दिए।
बैठक में यह भी तय किया गया कि ईईएसएल जल्द से जल्द सभी सरकारी भवनों में स्मार्ट प्रीपेड मीटरिंग का कार्य पूरा करे। वहीं, मीटर डाटा मैनेजमेंट सिस्टम (एमडीएमएस) के अपग्रेडेशन के निर्देश भी दिए गए, ताकि मीटरिंग सिस्टम अधिक प्रभावी हो सके।
हर शुक्रवार को होगी समीक्षा बैठक
समीक्षा बैठक में नॉर्थ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड (NBPDCL) और साउथ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड (SBPDCL) के एमडी, वरीय अधिकारी, अधीक्षण अभियंता और कार्यपालक अभियंता वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़े। बैठक के अंत में सीएमडी पाल ने निर्देश दिया कि हर शुक्रवार को सभी एजेंसियों और फील्ड अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक होगी, ताकि प्रगति की निगरानी की जा सके और किसी भी बाधा को तुरंत दूर किया जा सके।
बिहार में स्मार्ट मीटरिंग को गति देने के लिए ऊर्जा विभाग अब सख्त नजरिए से काम कर रहा है। उपभोक्ताओं को सटीक बिलिंग और निर्बाध बिजली सेवा देने के लिए प्रशासन ने स्पष्ट संदेश दिया है कि लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। अब देखना यह होगा कि एजेंसियां इस निर्देश को कितनी गंभीरता से लेती हैं और राज्य में स्मार्ट मीटरिंग परियोजना को समय पर पूरा कर पाती हैं या नहीं।
ब्यूरो रिपोर्ट